कर्नाटक में बारिश का कहर, 8 की मौत, 3500 से ज्यादा को बचाया गया
कर्नाटक में बारिश का कहर, 8 की मौत, 3500 से ज्यादा को बचाया गया
- कर्नाटक में 8 लोगों की जान भारी बारिश और बाढ़ ले चुकी है।
- केरल के बाद अब कर्नाटक में भी कुदरत का कहर देखने को मिल रहा है।
- राहत और बचाव दल ने 3500 से ज्यादा लोगों को अब तक बचाया है।
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। केरल की ही तरह कर्नाटक में भी कुदरत का कहर जारी है। सदी की सबसे बड़ी त्रासदी झेल रहे केरल में अब तक 370 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके है वहीं कर्नाटक में 8 लोगों की जान भारी बारिश और बाढ़ ले चुकी है। राहत और बचाव कार्य में जुटी नौसेना और अन्य राज्य की केंद्रीय एजेंसियों ने 3500 से ज्यादा लोगों को बचाया है। बारिश के कहर से राज्य में 1200 से ज्यादा मकान तबाह हो गए हैं।
बारिश का असर यातायात पर भी पड़ा है। सकलेशपुर-मेंगलुरु रेलवे ट्रैक पर लैंडस्लाइड की वजह से ट्रेनों की आवाजाही ठप है। यहां तेजी से ट्रैक को दुरुस्त करने का काम चल रहा है। सरकार ने करीब 30 राहत शिविर लगाए हैं। पहाड़ियों पर फंसे अन्य लोगों तक मदद के लिए पहुंच बनाई जा रही है। डोगरा रेजिमेंट के लगभग 60 सैनिक, नौसेना के 12 गोताखोर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के अधिकारी, 525 अग्निशमन कर्मी और होम गार्ड बचाव कार्यों में लगे हुए हैं।
प्रधानमंत्री नेरेन्द्र मोदी और प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से फोन पर बातचीत कर राज्य की स्थिति की जानकारी ली है। इस दौरान पीएम ने भरोसा दिलाया है कि इस परिस्थिति से निपटने के लिए हर तरह की सहायता राज्य को दी जाएगी। राज्य सरकार का कहना है कि लगातार बारिश की वजह से राहत कार्यों में बाधा आ रही है।
Spoke to Karnataka CM Shri @hd_kumaraswamy Ji regarding the flood situation in parts of the state. Extended all possible support in the rescue and relief operations. I pray for the safety and well-being of those in the flood affected areas. @CMofKarnataka
— Narendra Modi (@narendramodi) August 19, 2018
वहीं कुमारस्वामी ने रविवार को कहा था कि सरकार उचित कदम उठा रही है ताकि राहत, विशेष रूप से दूरदराज के स्थानों तक भोजन पहुंचाया जा सके। परिस्थिति को कठिन समय बताते हुए उन्होंने कहा है कि सरकार का इरादा लोगों को रेस्क्यू कर डर और चिंता से बाहर निकालने का है।