उत्तराखंड में बर्फबारी के कारण 900 से अधिक गांवों में बिजली-पानी आपूर्ति बाधित

उत्तराखंड में बर्फबारी के कारण 900 से अधिक गांवों में बिजली-पानी आपूर्ति बाधित

IANS News
Update: 2020-01-11 12:30 GMT
उत्तराखंड में बर्फबारी के कारण 900 से अधिक गांवों में बिजली-पानी आपूर्ति बाधित
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देहरादून, 11 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तराखंड में बर्फबारी के कारण लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राज्य के 900 से अधिक गांवों में बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है, जिससे आवागमन ठहर-सा गया है। हालांकि, प्रशासन सड़कों को ठीक करने में जुटा हुआ है। फिर भी करीब 40-45 लोगों बढ़ी फिसलन के चलते इसमें गिरकर घायल हो गए हैं।

राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि 900 से अधिक गांवों में अभी भी बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है। पर्यटक स्थलों में ठहरे करीब 50 पर्यटक सड़कें बंद होने के कारण वापस नहीं लौट पा रहे हैं। प्रदेशभर में लगभग 100 मोटर मार्गो पर आवाजाही अवरुद्घ है।

अधिकारी ने बताया कि कैंपटी मार्ग पर जगह-जगह पाला जमा होने के कारण हादसों का खतरा बना हुआ है। वहीं धनोल्टी मार्ग पर गुरुद्वारे के पास तक वाहन जा सकते हैं। देहरादून से मसूरी पिक्च र पैलेस आने वाली रोडवेज की बसें दो किलोमीटर पहले तक ही आ पा रही हैं।

चमोली के रितेश रावत ने बताया, पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण अक्सर बिजली और पानी की आपूर्ति अवरुद्घ हो जाता है। यह हर साल का काम है। पहाड़ी गांवों में यह समस्या ज्यादा आती है।

स्थानीय निवासी अमर मौर्य ने बताया कि देहरादून के आस-पास के इलाकों में पाला जमा होने कारण आस-पास कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। इससे काफी परेशानी हो रही है।

उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन व पुलिस टीमें सड़कों पर मिट्टी और चूना डालकर सफर को सुरक्षित बनाने में जुटे हुए हैं।

एक अधिकारी के अनुसार, गढ़वाल मंडल के चमोली, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जनपदों में करीब 950 गांव ऐसे हैं, जहां विद्युत आपूर्ति बाधित है। इसके अलावा 450 से अधिक गांवों में पेयजल का संकट बना हुआ है। अधिकांश गांवों में लोग बर्फ पिघलाकर पानी पी रहे हैं।

औली में बर्फबारी के बाद जोशीमठ-औली मार्ग बंद है और 20 से अधिक पर्यटक वाहन लौट नहीं पा रहे हैं। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ में लगातार पहाड़ी से पत्थर बरस रहे हैं। कुमाऊं मंडल के नैनीताल, बागेश्वर और अल्मोड़ा के दूरदराज इलाकों में बारिश से परेशानी बढ़ी है।

पुलिस के अनुसार, पौड़ी जनपद के पाटीसैंण बाजार के पास सड़क पर पाले के कारण एक कार फिसलकर खड्ड में गिर गई, जिसमें सवार पांच लोग घायल हो गए। नई टिहरी में अलग-अलग इलाकों में 32 लोग घायल हो चुके हैं।

उत्तरकाशी में दो छात्रों के घायल होने की सूचना है। प्रभावित इलाकों में प्रशासन पैदल व मोटर मार्गो पर चूना व मिट्टी डलवाकर सुरक्षित आवाजाही कराने के प्रयास में जुटा है।

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार, छह जनवरी को शुरू हुई बर्फबारी 10 जनवरी तक जारी रही। आठ जनवरी को सबसे अधिक 32.2 मिमी बर्फबारी हुई, जिसने राज्य को बहुत ज्यादा प्रभावित किया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि फिलहाल 11 और 12 जनवरी को आसमान साफ रहेगा, लेकिन 13 जनवरी से एक बार फिर मौसम करवट बदल सकता है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में खासकर हरिद्वार, उधमसिंह नगर में सुबह-रात में पाला गिरने की संभावना ज्यादा है। इसके अलावा 13 जनवरी को देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, उधम सिंह नगर के कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि के आसार हैं।

राहत आपदा प्रबंधन विभाग ने पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर रखा है। अधिकारियों से रास्तों को साफ करने को कहा है। साथ ही लोगों को जरूरत के हिसाब से गाड़ी इस्तेमाल करने को कहा है, क्योंकि सड़कों पर अधिक फिसलन बनी हुई है।

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