शराब और मोबाइल खरीदने के लिए बाप ने 11 महीने के बेटे को बेचा

शराब और मोबाइल खरीदने के लिए बाप ने 11 महीने के बेटे को बेचा

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-13 09:54 GMT
शराब और मोबाइल खरीदने के लिए बाप ने 11 महीने के बेटे को बेचा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक बाप को मोबाइल रखने और शराब पीने का ऐसा शौक चढ़ेगा कि इसे पूरा करने के लिए वो किसी भी हद तक गुजर सकता है। इस बारे में शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा, लेकिन ओडिशा के भद्रक जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक बाप ने अपने इस शौक को पूरा करने के लिए अपने बेटे को बेच डाला और उस पैसों को नशे में और मोबाइल खरीदने में उड़ा दिया। इस बाप की अय्याशी और शौक इतने बढ़ गए कि इसने अपने सिर्फ 11 महीने के बेटे को बेचने से पहले एक बार भी नहीं सोचा। फिलहाल इस आरोपी बाप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ कर रही है। 

25 हजार रुपए में बेच डाला
ओडिशा के भद्रक जिले में रहने वाला आरोपी बलराम मुखी ने अपने 11 महीने के बच्चे को 25 हजार रुपए में बेच दिया। उसने एक बुजुर्ग दंपत्ति से अपने बेटे का सौदा किया और फिर उसे बेच दिया। इससे उसे जो पैसे मिले उससे उसने पहले एक मोबाइल फोन खरीदा और फिर बचे हुए पैसों की शराब पी गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी बलराम ने 2000 का मोबाइल फोन और 1500 रुपए की पायल अपनी 7 साल की बेटी के लिए खरीदी और बचे हुए बाकी के पैसे उसने शराब पर खर्च कर दिए।

आरोपी बलराम तीन बच्चों का पिता था। 7 साल की बेटी और 11 महीने का बेटे होने के अलावा उसका एक 10 साल का बेटा भी है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी पिता बलराम को गिरफ्तार कर लिया है और उसकी पत्नी से भी पूछताछ की जा रही है। 

साला और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी है शामिल
भद्रक जिले के एसपी अनूप साहू के मुताबिक इस पूरे मामले में आरोपी पिता बलराम के साथ-साथ उसका साला बलिया और एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के शामिल होने का भी शक है। पुलिस का कहना है कि आरोपी बलराम की कोई रेगुलर इनकम नहीं थी और वो सफाईकर्मी का काम करता था और उसे देखकर ही लग रहा है कि उसे शराब की आदत है। 

बुजुर्ग दंपत्ति को बेचा बच्चा
पुलिस के मुताबिक बलराम ने अपने 11 महीने के बच्चे को सोमनाथ सेठी को 25 हजार में बेच दिया। सोमनाथ सेठी स्टेट गवर्नमेंट में ड्राइवर थे और अब रिटायर हो चुके हैं। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक सोमनाथ अपनी पत्नी के साथ अकेले रहते हैं और उनका एक 24 साल का बेटा था, जिसकी 2012 में मौत हो गई थी। सोमनाथ सेठी का कहना है कि बेटे की मौत के बाद से उनकी पत्नी डिप्रेशन में चली गई थी और उनकी पत्नी इस सदमे से निकल सके इसके लिए उन्होंने उस बच्चे को खरीद लिया। इन सबमें एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी शामिल है, जिसने सोमनाथ सेठी और बलराम मुखी को मिलवाया और ये डील करवाई। पुलिस का कहना है कि इस मामले में इस बुजुर्ग दंपत्ति से भी पूछताछ की जाएगी। 

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