भारी बारिश झेल रहे एमपी को अभी राहत के आसार नहीं, पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश का कहर, पहाड़ों पर भी बारिश ढहाएगी कहर

आफत की बरसात भारी बारिश झेल रहे एमपी को अभी राहत के आसार नहीं, पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश का कहर, पहाड़ों पर भी बारिश ढहाएगी कहर

Anchal Shridhar
Update: 2022-08-10 12:51 GMT
भारी बारिश झेल रहे एमपी को अभी राहत के आसार नहीं, पूर्वोत्तर राज्यों में भी बारिश का कहर, पहाड़ों पर भी बारिश ढहाएगी कहर
हाईलाइट
  • मौसम विभाग के मुताबिक मध्यप्रदेश में आगामी दो दिनों तक ऐसे ही भारी बारिश होने की संभावना है

डिजिटल डेस्क, भोपाल। आगामी पांच दिनों तक देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। भारतीय मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के पूर्वी भाग और छत्तीसगढ़ में 14 अगस्त तक गरज के साथ अति बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। इनके अलावा मध्यप्रदेश के पश्चिमी भाग, गुजरात, विदर्भ और महाराष्ट्र के मध्य भाग में मौसम विभाग ने 10 से 12 अगस्त के बीच भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के मुताबिक, देश के पूर्वी राज्य प.बंगाल, उड़ीसा, झारखंड में 10 से 14 अगस्त तक भारी बारिश होने के आसार हैं। इसके अलावा सेवेन सिस्टर्स के नाम से मशहूर पूर्वोत्तर के राज्य असम, त्रिपुरा, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम और मणिपुर में भी 10 से 14 अगस्त के बीच तेज बारिश होने की संभावना है। 

देश के दक्षिण के राज्यों केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और तामिलनाडु में तेज बारिश होने के आसार मौसम विभाग ने जताए हैं। विभाग के मुताबिक, केरल में 10 अगस्त, तामिलनाडु में 10 अगस्त, कर्नाटक में 10 और 11 अगस्त, तेलंगाना में 14 अगस्त और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में 13 अगस्त तक भारी बारिश होने की संभावना है। 

विभाग ने पहाड़ी राज्य हिमाचल और उत्तराखंड में भी 10,11 और 14 अगस्त को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। वहीं यूपी और राजस्थान के कुछ इलाकों में 10 से लेकर 14 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।   

मूसलाधार बारिश से मध्यप्रदेश में नर्मदा उफान पर

बीते 3 दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से प्रदेश के कई नदी-नाले उफान पर हैं। रायसेन के बारना डैम और नर्मदापुरम के तवा डैम वॉटर लेवल बढ़ने की वजह से इनके गेटों को खोला गया। जिससे नर्मदा के जल स्तर में भी बढ़ोत्तरी हो गई। इसको लेकर प्रशासन द्वारा नर्मदा के घाटों के किनारों पर रहने वालों को अलर्ट जारी किया गया है। वहीं उज्जैन और उसके आसपास के क्षेत्रों में 24 घंटे के भीतर तेज बारिश की वजह से शिप्रा नदी भी उफान पर आ गई है। भोपाल-नागपुर हाईवे पर बने सुखतवा नदी के पुल के ऊपर से पानी बहने की वजह से मार्ग बंद कर दिया गया। इसके अलावा रतलाम रेलमार्ग भी तेज बारिश की वजह से प्रभावित हुआ। यहां निचले भागों में पानी भरने की वजह से कई ट्रेनों को कैंसिल किया गया। 

इंदौर और भोपाल में भारी बारिश 

प्रदेश की राजधानी भोपाल और प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में बीते दो दिनों से हो रही तेज बारिश की वजह से सड़के नदियों में बदल गई हैं। इन दोनों महानगरों में मूसलाधार बारिश के कारण जगह-जगह पर जलजमाव की स्थिति देखी गई। बात करें इंदौर की तो 9 अगस्त की रात हुई भारी बारिश की वजह से यहां की सड़कों पर सैलाब नजर आया। सड़कों पर बह रहे पानी का बहाव इतना तेज था कि इससे सड़क के किनारे खड़ी कई कारें पलट गईं। पहाड़ी नदी के जैसे बह रहे पानी की वजह से लोगों को अपने घर पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बता दें कि इस दौरान मात्र डेढ़ घंटे में 2 इंच तक बारिश हुई। 

वहीं बात राजधानी भोपाल की तो यहां लगातार हो रही बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव की समस्या बन गई है। कई सड़कों पर आधा से 1 फीट तक पानी भर गया। तेज बारिश की के कारण राजधानी के बांधों का जलस्तर भी बढ़ गया, जिस वजह से यहां के कलियासोत, केरवा और भदभदा बांध का 1-1 गेट खोला गया। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में आगामी दो दिनों तक ऐसे ही भारी बारिश होने की संभावना है। 

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