29 अमेरिकी उत्पादों पर भारत लगाएगा जवाबी टैरिफ, US निर्यातकों की बढ़ेगी परेशानी

29 अमेरिकी उत्पादों पर भारत लगाएगा जवाबी टैरिफ, US निर्यातकों की बढ़ेगी परेशानी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-14 14:20 GMT
29 अमेरिकी उत्पादों पर भारत लगाएगा जवाबी टैरिफ, US निर्यातकों की बढ़ेगी परेशानी
हाईलाइट
  • बादाम
  • सेब
  • अखरोट
  • छोले और कुछ स्टेनलेस स्टील उत्पाद इसमें शामिल है
  • भारत के इस फैसले से अमेरिकी एक्सपोटरों की मुश्किलें बढ़ जाएगी
  • भारत ने 29 अमेरिकी उत्पादों पर प्रतिशोधी टैरिफ लगाने का फैसला किया है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने शुक्रवार को 235 मिलियन डॉलर मूल्य के 29 अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी टैरिफ लगाने का फैसला किया है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने 23 मार्च 2018 को सभी अमेरिकी स्टील आयातों पर 25 प्रतिशत टैरिफ और सभी अमेरिकी एल्यूमीनियम आयातों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लागू किया था जिसके बाद भारत ने ये फैसला लिया है। भारत के इस फैसले से अमेरिकी एक्सपोटरों की परेशानी बढ़ जाएगी।

जिन उत्पादों पर भारतीय जवाबी टैरिफ लगाए जाएंगे, वे हैं बादाम, सेब, अखरोट, छोले और कुछ स्टेनलेस स्टील उत्पाद। अखरोट पर आयात शुल्क 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 120 प्रतिशत किया जा रहा है। छोले और मसूर दाल पर आयात शुल्क को 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 70 प्रतिशत किया जा रहा है। मसूर की दाल पर भी शुल्क 40 प्रतिशत तक बढ़ाया जा है। साथ ही, भारत एल्यूमीनियम पर 10 प्रतिशत और स्टील पर 25 प्रतिशत टैरिफ लागू करेगा। नरेंद्र मोदी सरकार लोकसभा चुनावों के कारण 8 बार अमेरिका के 29 उत्पादों पर जवाबी आयात शुल्क लगाने की समय सीमा को बढ़ा चुका है। ये 16 जून को खत्म हो रही है।

पिछले महीने, ट्रंप ने भारत को अपनी व्यापारिक वरीयता की लिस्ट यानी जीएसपी से बाहर कर दिया था। जीएसपी कार्यक्रम के तहत, ऑटो कंपोनेंट और कपड़ा सामग्री सहित लगभग 2,000 उत्पादों के निर्यात पर बहुत अमेरिका बहुत कम या ना के बराबर शुल्क लगाता है। ये छूट केवल उन विकासशील देशों को मिलती है जो कांग्रेस के स्थापित पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं। इसे लाया गया था ताकि विकासशील देश अपनी अर्थव्यवस्था को बढ़ा सकें और अमरीकियों को उन देशों से आयातित सामान सस्ता उपलब्ध हो सके।

पिछले साल भारत इस योजना का सबसे बड़ा लाभार्थी था क्योंकि भारत ने लगभग 630 करोड़ डॉलर का सामान अमरीका में निर्यात किया जिस पर बहुत कम या ना के बराबर शुल्क लगा। अब निर्यातकों के उत्पादों पर अमरीका में 10 फीसदी ज़्यादा शुल्क लगेगा। वित्त वर्ष 2017-18 में भारत का अमेरिका को निर्यात 47.9 अरब डॉलर था जबकि आयात 26.7 अरब डॉलर का हुआ था। इस तरह व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में रहा था।

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