'वूमेन्स डे' की अपेक्षा सोशल मीडिया पर टांय-टांय फिस रहा 'इंटरनेशनल मेन्स डे'

'वूमेन्स डे' की अपेक्षा सोशल मीडिया पर टांय-टांय फिस रहा 'इंटरनेशनल मेन्स डे'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-19 18:34 GMT
'वूमेन्स डे' की अपेक्षा सोशल मीडिया पर टांय-टांय फिस रहा 'इंटरनेशनल मेन्स डे'

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुरुषों को अक्सर इस बात की शिकायत रहती है कि इंटरनेशनल वूमेन्स डे तो दुनियाभर में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन "इंटरनेशनल मेन्स डे" को लेकर कुछ खास नहीं होता। मगर बड़ा कारण जागरूकता है। कई लोगों को तो यह भी नहीं पता होगा कि "इंटरनेशनल मेन्स डे" मनाया भी जाता है या नहीं। इसका सीधा उदाहरण आप सोशल मीडिया पर देख सकते हैं, जहां ये टांय-टांय फिस नजर आता है।

कितने उत्साहित हैं पुरुष?
अक्सर शिकायत होती है कि पुरुष दिवस क्यों नहीं मनाया जाता। जबकि शिकायत करने वाले पुरुष इस दिन को लेकर कितने उत्साहित हैं, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया पर कोई खास ट्रेंड नहीं दिखा। जबकि महिलाएं, वूमेन्स डे को लेकर सोशल साइट्स पर छा जाती हैं। जिससे साफ लगता है कि पुरुष अपना दिन मनाने कितनी दिलचस्पी रखते। ज्यादातर पुरुषों को यह भी पता नहीं होगा कि आज कौन सा खास दिन है।

30 से ज्यादा देश में मनता है इंटरनेशनल पुरुष दिवस
साल 1999 में इंटरनेशनल पुरुष दिवस की शुरुआत त्रिनिदाद और टोबागो से हुई थी। तब से लेकर हर साल 19 नवम्बर को ”इंटरनेशनल पुरुष दिवस” के रूप में मनाया जाता है। दुनिया के 30 से ज्यादा देशों में इसे उत्साह के साथ मनाया जाता है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र संघ ने इसे मान्यता देते पुरजोर सराहना की थी।

नागपुर में मना जश्न, निकाली रैली
महाराष्ट्र के नागपुर शहर जेंडर इक्विलिटी ऑर्गनाइजेशन ने पुरुषों की ये शिकायत कुछ हद तक ही सही, दूर करने की कोशिश जरूर की है। पुरुष दिवस के मौके पर उत्साहित युवाओं ने सुबह बाइक रैली निकाली। जिसमें सैंकड़ों की तादाद में युवा शामिल हुए। खास बात है कि इस रैली के दौरान सभी को हेलमेट पहनना जरूरी था।

संतरानगरी में रैली का शुभारंभ संविधान चौंक से हुआ, जो जीरो माइल, लोहापुल, कॉटन मार्केट, न्यू अंडरब्रिज, यशवंत स्टेडियम, पंचशील चौंक, झांसी रानी चौंक, वेरायटी चौंक, महाराजबाग, आकाशवाणी चौंक से होते हुए वापस संविधान चौंक पर समाप्त हुई।

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