ISRO: सैटेलाइट लॉन्च होते ही PSLV ने दिखाई धरती की खूबसूरत तस्वीरें, पीएम मोदी ने दी बधाई

ISRO: सैटेलाइट लॉन्च होते ही PSLV ने दिखाई धरती की खूबसूरत तस्वीरें, पीएम मोदी ने दी बधाई

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-07 12:48 GMT
ISRO: सैटेलाइट लॉन्च होते ही PSLV ने दिखाई धरती की खूबसूरत तस्वीरें, पीएम मोदी ने दी बधाई
हाईलाइट
  • इसरो के ​वैज्ञानिकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी
  • सभी मौसम की स्थिति में तस्वीरें ले सकता है ईओएस-01

डिजिटल डेस्क, श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश)। भारत के पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हिकल (PSLV-सी49) रॉकेट ने अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट EOS-01 (Earth Observation Satellite EOS-01) और 9 विदेशी उपग्रहों को लेकर शनिवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से सफल उड़ान भरी। 10 उपग्रहों के साथ रॉकेट ने भारतीय समयानुसार दोपहर 3.02 बजे सतीश धवन स्पेस सेंटर (एसडीएससी) के पहले लॉन्च पैड से उड़ान भरी। रॉकेट लॉन्च होने के बाद जब भारतीय सैटेलाइट EOS-01 पीएसएलवी रॉकेट से अलग हुआ तो रॉकेट में लगे ऑनबोर्ड कैमरे ने सैटेलाइट्स और धरती की खूबसूरत तस्वीरें लीं।

रॉकेट लॉन्च होने के बाद PSLV-C49 के चौथे स्टेज के सेपरेशन के बाद EOS-01 अलग हुआ। उसकी तस्वीरें दिखाई पड़ीं। भारतीय सैटेलाइट EOS-01 (तस्वीर में) के कक्षा में स्थापित होने के बाद ग्राहक देशों के सैटेलाइट्स को उनकी निर्धारित कक्षा में स्थापित किया गया. एक के बाद एक करके सारे सैटेलाइट्स उनके तय ऑर्बिट में स्थापित कर दिए गए हैं।

ISRO के अनुसार 630 किलोग्राम वजनी EOS-01, एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है, जिसका उद्देश्य कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन में सहायता करना है। बाकी नौ विदेशी उपग्रहों में लिथुआनिया से (1-आर2, टेक्नॉलजी डेमनस्ट्रेटर), लक्समबर्ग से (क्लेओस स्पेस का 4 मैरिटाइम एप्लीकेशन सैटेलाइट) और अमेरिका से (4-लीमर मल्टी मिशन रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट) हैं। इस बार ISRO ने PSLV रॉकेट के लिए डीएल वैरिएंट का इस्तेमाल किया जिसमें सिर्फ दो स्ट्रैप-बूस्टर मोटर्स हैं। स रॉकेट वैरिएंट का इस्तेमाल पहली बार 24 जनवरी, 2019 को माइक्रोसेट आर उपग्रह को कक्षा में रखने के लिए किया गया था।

सभी मौसम की स्थिति में तस्वीरें ले सकता है EOS-01
बता दें कि 44.5 मीटर लंबा PSLV-C49 का प्राथमिक पैसेंजर सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) से लैस भारतीय रडार इमेजिंग उपग्रह EOS-01 है जो सभी मौसम की स्थिति में तस्वीरें ले सकता है। उपग्रह दिन और रात में तस्वीरें ले सकता है और निगरानी के साथ-साथ सिविलियन गतिविधियों के लिए उपयोगी होगा।

ISRO के ​वैज्ञानिकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस सफल लॉन्चिंग के लिए ISRO को बधाई दी है। मोदी ने एक ट्वीट में लिखा कि मैं ISRO और भारत के अंतरिक्ष उद्योग को PSLV-C49/EOS-01 अभियान की सफल लॉन्चिंग के लिए बधाई देता हूं। हमारे वैज्ञानिकों ने समय सीमा पूरी करने के लिए कई बाधाओं को पार किया।

ISRO ने कहा है कि EOS-01 कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन सहायता में प्रयोग किए जाने वाला एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है। संगठन ने बताया है कि दूसरे देशों के उपग्रहों को अंतरिक्ष विभाग के न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) के साथ वाणिज्यिक समझौते के तहत लॉन्च किया गया है।

ताजा जानकारी के अनुसार EOS-01 सफलतापूर्वक PSLV-सी49 के चौथे चरण से अलग होकर ऑर्बिट में पहुंच गया है। अन्य नौ विदेशी कस्टमर सैटेलाइट भी अलग होकर अपने निर्धारित ऑर्बिट में पहुंचा दिए गए हैं। PSLV-C49/EOS-01 अभियान की उलटी गिनती शुक्रवार दोपहर 1.02 बजे शुरू हुई थी। 

बता दें कि कोरोना वायरस महामारी संकट के बीच ISRO का यह इस साल का पहला अभियान है। सैटेलाइट लिफ्ट ऑफ पहले शनिवार दोपहर 3 बजकर दो मिनट तय था। लेकिन, वाहन के मार्ग में कुछ अवरोध आने की वजह से इसे 10 मिनट की देरी से प्रक्षेपित करना पड़ा।

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