आर्मी चीफ के बयान पर जम्मू-कश्मीर के शिक्षा मंत्री बोले- शिक्षा प्रणाली पर ज्ञान न दें

आर्मी चीफ के बयान पर जम्मू-कश्मीर के शिक्षा मंत्री बोले- शिक्षा प्रणाली पर ज्ञान न दें

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-13 12:47 GMT
आर्मी चीफ के बयान पर जम्मू-कश्मीर के शिक्षा मंत्री बोले- शिक्षा प्रणाली पर ज्ञान न दें

डिजिटल डेस्क, जम्मू। आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत द्वारा जम्मू-कश्मीर के स्कूलों में बच्चों को दी जा रही शिक्षा पर सवाल खड़े करने के बाद राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री ने प्रतिक्रिया दी है। शिक्षा मंत्री अल्ताफ बुखारी ने कहा है कि स्कूलों की शिक्षा प्रणाली कैसी हो यह राज्य का मामला है इसमें आर्मी चीफ को ज्ञान देनें की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा, "आर्मी चीफ सम्मानित अधिकारी हैं, लेकिन वह एक शिक्षाविद नहीं हैं। इसलिए उन्हें स्कूलों की शिक्षा प्रणाली पर उपदेश देने की जरुरत नहीं।"

गौरतलब है कि आर्मी चीफ बिपिन रावत ने शुक्रवार को कहा था कि जम्मू कश्मीर के स्कूलों में बच्चों को पढ़ाया जाता है कि उनके राज्य की पहचान देश से अलग है। उन्होंने कहा था, "कश्मीर के स्कूलों में दो नक्शे देखने को मिलते हैं। एक भारत का और दूसरा जम्मू कश्मीर का। अलग-अलग नक्शे लगाना का क्या उद्देश्य है। यही कि बच्चों को बताया जाए कि वे देश का हिस्सा तो हैं लेकिन उनकी अलग पहचान भी है।" आर्मी चीफ ने इसे बुनियादी समस्या बताते हुए कहा था कि जम्मू कश्मीर में स्कूलों में शिक्षा प्रणाली में अगर सुधार किया जाए तो समस्याएं खत्म हो सकती हैं।

आर्मी चीफ ने यह भी कहा था कि जम्मू कश्मीर के स्कूलों, मदरसा और मस्जिद में भारत के साथ-साथ जम्मू कश्मीर का नक्शा अलग से पढ़ाया जा रहा है जो छात्रों को कट्टरवाद और अलगाववाद की ओर प्रोत्साहित कर रहा है।

आर्मी चीफ के इस बयान पर शिक्षा मंत्री अल्ताफ बुखारी ने शनिवार को आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, "हर स्कूल में राज्य का नक्शा है क्योंकि राज्य के बारे में बच्चों को पढ़ाना पड़ता है। राज्य में दो झंडे हैं, दो संविधान भी है। ऐसे में अलग पहचान तो है ही। इसे बच्चों को क्यों ने बताया जाए।" उन्होंने कहा, "हमें पता है कि अपना विभाग कैसे चलाना चाहिए।

Similar News