पद्मावत देखने को राजी हुई करणी सेना, भंसाली ने दिया न्योता

पद्मावत देखने को राजी हुई करणी सेना, भंसाली ने दिया न्योता

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-22 12:49 GMT
पद्मावत देखने को राजी हुई करणी सेना, भंसाली ने दिया न्योता

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड की विवादित फिल्म पद्मावत को देखने के लिए करणी सेना राजी हो गई है। करणी सेना अध्यक्ष लोकेंद्र कालवी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि, "पद्मावत को लेकर यूपी भी सभी राज्य सरकारों की तरह चिंतित है। जब पद्मावती नाम से यह फिल्म सामने आई और विरोध शुरू हुआ तो योगीजी ने सबसे पहले आवाज उठाई थी। अब हम पद्मावती नहीं, पद्मावत के विरोध में खड़े हैं। इसे रोकने के लिए अंतिम हथौड़ा चलना चाहिए। अब यह सीएम योगी ही बताएंगे कि वह इस फिल्म को लेकर क्या कदम उठाएंगे। हमारा काम अपील करना था।"  फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हो रही है। मीडिया से बातचीत में कालवी ने कहा कि भंसाली ने फिल्म देखने के लिए उन्हें पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि वह पद्मावत देखने के लिए तैयार हैं, लेकिन भंसाली ने अभी फिल्म दिखाने की तारीख नहीं बताई है।

गौरतलब है कि पद्मावत को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। करणी सेना द्वारा जगह-जगह उग्र विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। उधर करणी सेना ने धमकी दी है कि अगर राजस्थान के किसी भी सिनेमा हॉल में फिल्म पद्मावत दिखाई जाती है तो उसके गंभीर परिणाम होंगे। जयपुर में पद्मावत के खिलाफ करणी सेना के लोगों ने प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, "हमें पूरा विश्वास है कि कोई भी सिनेमा हॉल इस फिल्म को नहीं दिखाएगा और यदि कोई दिखाएगा तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसे चेतावनी या अनुरोध समझा जाए।"

फिल्म पर बैन को लेकर मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। सुप्रीम कोर्ट अब मंगलवार को इस याचिका पर सुनवाई करेगा। बता दें कि पिछले सप्ताह शीर्ष अदालत ने अपने एक फैसले में राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में इस फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध के राज्य सरकारों के आदेश को रद्द कर दिया था। इसके बाद अब एक बार फिर मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकारें सुप्रीम कोर्ट की शरण में पहुंची हैं।

राजस्थान और गुजरात के गृह मंत्रियों ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निराश हैं और इसके खिलाफ अपील के लिए रास्तों की तलाश कर रहे हैं।इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि यदि कोई फिल्म नहीं दिखाता है तो यह अच्छा होगा लेकिन यदि कोई दिखाता है तो उन्हें पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन हमारी ड्यूटी है। 

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