सोशल मीडिया पर 'खिचड़ी' को लेकर आए ऐसे कमेंट, सरकार को देनी पड़ी सफाई

सोशल मीडिया पर 'खिचड़ी' को लेकर आए ऐसे कमेंट, सरकार को देनी पड़ी सफाई

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-02 07:55 GMT
सोशल मीडिया पर 'खिचड़ी' को लेकर आए ऐसे कमेंट, सरकार को देनी पड़ी सफाई

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। खिचड़ी, आप और हम सब घर में खाते ही हैं, लेकिन बुधवार को खिचड़ी सिर्फ घरों में ही नहीं बनी, बल्कि सोशल मीडिया पर इसको खूब पकाया गया। दरअसल, बुधवार को एक खबर आई कि खिचड़ी जल्द ही इंडिया का "नेशनल डिश" बनने जा रही है, लेकिन फूड मिनिस्टर हरसिमरत कौर बादल ने इस बात से साफ इनकार कर दिया है। सोशल मीडिया पर "बवाल की खिचड़ी" पकते देख उन्होंने ट्वीट किया, जिसमें लिखा ""नेशनल डिश" बनाने पर बहुत खिचड़ी पक गई। इसे सिर्फ रिकॉर्ड बनाने के लिए वर्ल्ड फूड इंडिया में पेश किया जा रहा है।" 

 

 

 

 

इसके बाद हरसिमरत कौर ने एक और ट्वीट किया, जिसमें लिखा था "वर्ल्ड फूड इंडिया में भारत की पाक विविधता को प्राउडली पेश किया जाएगा। ऐसा लग रहा है कि आज दिन में कोई खबर ही नहीं थी।" बादल की सफाई के बाद भी सोशल मीडिया पर "खिचड़ी" पकती रही और घर पर खाए जानी वाली "खिचड़ी" कल सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी और इसे खूब ट्रोल किया गया। 

 

 


इस मामले पर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्वीट किया, "खिचड़ी मेरा प्रिय भोजन है।अगर यह राष्ट्रीय भोजन घोषित हो गया और किसी ने खाने से मना कर दिया तो क्या उसके ख़िलाफ़ देशद्रोह का मामला चलेगा?" 

 

 

वहीं राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी ने भी ट्वीट कर सरकार के इस फैसले पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, "खिचड़ी पकाते पकाते PM बन गए,कोई खिलाते खिलाते CM बन गए, अब तड़का अच्छा लग नहीं रहा, दाल पक नहीं रही, जनता कह रही है बस बहुत बन गए!"

 

 

कांग्रेस की स्टूडेंट विंग NSUI के प्रेसिडेंट फिरोज खान ने भी ट्वीट किया, "पहले देश की अर्थव्यवस्था को बीमार कर दिया अब उसको खिचड़ी खिला कर ठीक करना चाहते हैं।"

 

 

इसके अलावा बिग बॉस में कंटेस्टेंट रह चुके मनवीर गुर्जर ने अपने ट्वीट में लिखा, "जब देश की इतनी खिचड़ी बन ही रही है तो खिचड़ी नेशनल फूड तो बनता ही है अब पकाओ और पकाते रहो खिचड़ी।"

 

सोशल मीडिया पर आए मजेदार कमेंट्स

 

सोशल मीडिया पर जैसे ही खिचड़ी के नेशनल फूड बनाए जाने की खबर फैली, तो लोगों ने भी मजेदार कमेंट करना शुरू कर दिया। ट्विटर पर #विकास_की_खिचड़ी ट्रेंड करने लगा। एक यूजर ने लिखा, "खिचड़ी खड़े होकर खाना है या पकड़कर या बैठकर? देशद्रोही कैसे कहलाया जाएगा और देशभक्त कैसे कहलाया जाएगा?"

 

 

डॉ. खिचडी नाम के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, "खिचड़ी का एक भी दाना नीचे गिरा तो आप पर देशद्रोह का मुक़द्दमा लग सकता है!"

 

 

एक और यूजर ने लिखा, "खिचड़ी का नाम बदलकर अब "दीनदयाल उपाध्याय भूख नहीं है पदार्थ" रख देना चाहिए।"

 

 

एक यूजर ने कमेंट किया, "अगर भक्त को खिचड़ी पसंद नहीं होगी तो क्या वो गोबर खा सकता है मोदीजी?"

 

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