किसान परिवार में जन्म-इंटरनेशनल लाॅ में डिग्री, कुछ ऐसा रहा हमारे नए VICE-PRESIDENT का सफर
किसान परिवार में जन्म-इंटरनेशनल लाॅ में डिग्री, कुछ ऐसा रहा हमारे नए VICE-PRESIDENT का सफर
Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-05 15:32 GMT
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव में गोपालकृष्ण गांधी को हराकर वेंकैया नायडू देश के उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। मोदी सरकार में सूचना प्रसारण और शहरी विकास मंत्रालय संभाल रहे वेंकैया वाजपेयी सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। स्वभाव से तेज तर्रार और बातों में स्पष्टता रखने वाले वेंकैया के सभी राजनीतिक दलों से अच्छे संबंध जगजाहिर है। इसके साथ ही कुछ ऐसी बातें भी हैं जो वेंकैया को अन्य नेताओं से कुछ अलग बनाती है। उनके अब तक के राजनीतिक सफर के बारे में लोग कम ही जानते हैं, आइए हम आपको उनके राजनीतिक और सामाजिक जीवन के संघर्ष की कुछ झलकियां दिखाते हैं।
- वेंकैया नायडू आंध्र प्रदेश के नेल्लूर जिले के रहने वाले हैं। उनका जन्म 1 जुलाई, 1949 को एक किसान परिवार में हुआ था।
- नायडू पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएट हैं। उन्हें विशाखापट्टनम के आंध्रा यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ से इंटरनेशनल लॉ में भी डिग्री हासिल है।
- नायडू छात्र जीवन से ही एबीवीपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए हैं।
- 1972 में "जय आंध्रा आंदोलन" और इमरजेंसी के दौरान जेपी आंदोलन में नायडू ने खूब बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
- जेपी आंदोलन के दौरान ही वे जनता पार्टी से जुड़े।
- 1975 के आपातकाल में वह जेल जाने वाले नेताओं में भी शामिल थे।
- वह 2 बार आंध्र प्रदेश की विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं।
- नायडू 3 बार कर्नाटक और एक बार राजस्थान से राज्यसभा पहुंच चुके हैं।
- उन्होंने 2002 से 2004 तक BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली है।
- नायडू अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके हैं।
- 2004 के आम चुनाव में पार्टी की हार के बाद उन्होंने पद छोड़ दिया था।
- मोदी सरकार में वह संसदीय कार्य मंत्री भी रह चुके हैं।
- एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनने तक नायडू सूचना प्रसारण और शहरी विकास मंत्रालयों का कामकाज संभाल रहे थे।
- नायडू आंध्र प्रदेश से चुने जाने वाले तीसरे उप-राष्ट्रपति हैं।