मर्डर केस में 6 साल से था फरार, आधार कार्ड बनवाने के चक्कर में धराया

मर्डर केस में 6 साल से था फरार, आधार कार्ड बनवाने के चक्कर में धराया

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-28 10:15 GMT
मर्डर केस में 6 साल से था फरार, आधार कार्ड बनवाने के चक्कर में धराया

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। देशभर में आधार कार्ड को लेकर जहां एक तरफ बहस चल रही है, वहीं दूसरी तरफ आए दिन इसके फायदे सामने आ रहे हैं। इस बार आधार कार्ड की वजह से 6 साल से फरार चल रहा कैदी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। दरअसल, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 6 साल से मर्डर केस के आरोप में फरार चल एक कैदी सिर्फ इसलिए पकड़ा गया, क्योंकि वो अपना आधार कार्ड बनवाने आया था। मंगलवार को मुंबई पुलिस ने उसे बुलंदशहर में पकड़ा और अपने साथ ले गई।

आजीवन कारावास की हुई थी सजा

मीडिया रिपोर्ट्स में यूपी के भराना गांव का रहने वाले सतीश कुमार को अपने दोस्त का मर्डर करने के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। सतीश कुमार पर आरोप था कि उसने 2009 में अपने दोस्त अमर का मर्डर कर दिया था। ये मामला मुंबई की सेशन कोर्ट में चल रहा था। सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने सतीश को अमर की हत्या का दोषी पाते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। 

6 साल पहले हो गया था फरार

पुलिस के मुताबिक, दोषी सतीश को जेल भेजा गया। इसी दौरान 2012 में वो बीमार हो गया, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था। तभी रास्ते में सतीश पुलिस को चकमा देकर वहां से भाग गया और पिछले 6 सालों से वो फरार चल रहा था। पुलिस उसे ढूंढने के लिए उसके गांव भराना भी पहुंची, लेकिन उसने तब तक अपना ठिकाना बदल लिया था। काफी ढूंढने के बाद भी जब सतीश का कुछ पता नहीं चला, तो पुलिस ने उसे "डेड" समझकर केस बंद कर दिया। 

आधार कार्ड बनवाने के चक्कर में धराया

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सतीश को भी लगने लगा था कि अब वो केस बंद हो गया है, तो वो अपने गांव वापस आ गया। गांव आते ही उसने आधार कार्ड बनवाने के लिए एप्लाई किया, लेकिन मुंबई पुलिस को इस बात की भनक लग गई। इसके बाद मुंबई पुलिस तुरंत बुलंदशहर पहुंची और उसे गिरफ्तार किया। 
 

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