किडनी बेचने के लिए प्लंबर ने दिया इश्तेहार, जानें क्या है पूरी कहानी

किडनी बेचने के लिए प्लंबर ने दिया इश्तेहार, जानें क्या है पूरी कहानी

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-05 06:23 GMT
किडनी बेचने के लिए प्लंबर ने दिया इश्तेहार, जानें क्या है पूरी कहानी

डिजिटल डेस्क, विदिशा। किडनी बेचना एक गुनाह हैं, लेकिन फिर भी लोग दबे-छुपे तरीके से इसे बेचने का धंधा करते हैं और डॉक्टर से लेकर कई दलाल किडनी बेचते पकड़े गए है, लेकिन मध्यप्रदेश के विदिशा के प्रकाश अहिरवार ऐसे शख्स  हैं जो इश्तेहार देकर अपनी किडनी बेच रहे हैं और कीमत रखी है "50 लाख"। हैरान करने वाला इश्तेहार और उससे भी हैरान करने वाली किडनी की कीमत है, जिसे सुनकर सऊदी अरब के शख्स की भी दोबारा कॉल करने की हिम्मत नहीं हुई। 

34 साल के प्रकाश अहिरवार पेशे से प्लंबर हैं और पिछले 2 महीने से किडनी बेचने की कोशिश कर रहे हैं, इसके लिए बकायदा उन्होंने इश्तेहर छपवाया है। अब तक 25 लोग उनसे कॉन्टैक्ट कर चुके हैं, लेकिन किडनी की कीमत 50 लाख रुपए सुनते ही हर कोई दंग रह जाता है। किडनी खरीदने के लिए अब तक प्रकाश के पास भोपाल, दिल्ली, मुंबई और सऊदी अरब तक के लोग कॉनटैक्ट कर चुके हैं। जो भी उनसे बात करता है वो उन्हें 15 लाख रुपए से ज्यादा कीमत देने को तैयार नहीं है।

क्यों बेच रहा किडनी ?

सवाल ये कि ऐसी क्या मुसीबत आन पड़ी है कि प्रकाश इश्तेहार देकर अपनी किडनी बेच रहे हैं? दरअसल प्रकाश का कहना है कि पत्नी लक्ष्मी अहिरवार से चल रहे पारिवारिक विवाद के कारण वो पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं। पति-पत्नी का झगड़ा तलाक तक पहुंचा और कोर्ट ने तलाक के बाद गुजारे के लिए पत्नी को हर महीने 2200 रुपए और इंटरिम रिलीफ के 30 हजार रुपए देने का ऑर्डर दिया। प्रकाश बताते हैं कि उनके पास पत्नी को देने के लिए इतना पैसा नहीं हैं और इसलिए वो अपनी किडनी बेचना चाहते हैं। आपको बता दें प्रकाश की शादी 2002 में लक्ष्मी अहिरवार से हुई थी। उनके 12 और 6 साल के दो बेटे हैं।

कहां-कहां से आए प्रकाश के पास  कॉल

प्रकाश ने शहर के हर गली, चौराहे पर किडनी बेचने के एडवर्टाइजमेंट लगा दिए। पोस्टर पर उनका फोटो भी था। लोग हैरत से पोस्टर पढ़ रहे थे। प्रकाश अहिरवार ने बताया कि 7 सितंबर को सऊदी अरब से एक शख्स का कॉल आया था। वो अपने एक दोस्त के लिए 15 लाख रुपए में किडनी खरीदने की बात कह रहा था, लेकिन मैंने उससे 50 लाख देने की बात कही। इसके बाद दोबारा उसने कॉन्टैक्ट नहीं किया।

8 सितंबर को हरियाणा के रोहतक शहर से भी गजेंद्र सिंह नामक शख्स से बात हुई थी, लेकिन 50 लाख सुनकर उसने भी हिम्मत नहीं दिखाई।

इसके अलावा भोपाल, दिल्ली और मुंबई से कई एनजीओ वालों ने भी कॉन्टैक्ट किया और किडनी नहीं बेचने की सलाह देते हुए कोर्ट में जाकर ही केस लड़ने की समझाईश दी थी। 


 

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