Mann ki Baat: पीएम मोदी ने टोक्यो ओलंपिक, स्वतंत्रता दिवस समारोह के बारे में बात की

Mann ki Baat: पीएम मोदी ने टोक्यो ओलंपिक, स्वतंत्रता दिवस समारोह के बारे में बात की

Bhaskar Hindi
Update: 2021-07-25 05:40 GMT
हाईलाइट
  • प्रोग्राम के 79वें एपिसोड में पीएम ने देश को किया संबोधित
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेडियो कार्यक्रम मन की बात

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। यह इस प्रोग्राम का 79वां एपिसोड है। कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम मोदी ने कहा, टोक्यो ओलंपिक में भारतीय ​खिलाड़ियों को तिरंगा लेकर चलते देख मैं ही नहीं पूरा देश रोमांचित हो उठा। जब ये खिलाड़ी भारत से गए थे, तो मुझे भी इनसे गप-शप करने का, उनके बारे में जानने का और देश को बताने का अवसर मिला था। ये खिलाड़ी जीवन की अनेक चुनौतियों को पार करके यहां पहुंचे हैं।

पीएम ने कहा, जो देश के लिए तिरंगा उठाता  है, उसके सम्मान में, भावनाओं से भर जाना स्वाभाविक ही है। कल यानि 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस भी है। कारगिल का युद्ध, भारत की सेनाओं के शौर्य और संयम का ऐसा प्रतीक है, जिसे पूरी दुनिया ने देखा है। इस बार ये गौरवशाली दिवस भी अमृत महोत्सव के बीच में मनाया जाएगा। इसलिए ये और भी खास हो जाता है। मैं चाहूंगा कि आप कारगिल की रोमांचित करने वाली गाथा जरूर पढ़ें। कारगिल के वीरों को हम सब नमन करें।

पीएम ने कहा, इस बार 15 अगस्त को देश अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। ये हमारा बहुत बड़ा सौभाग्य है कि जिस आजादी के लिए देश ने सदियों का इंतजार किया, उसके 75 वर्ष होने के हम साक्षी बन रहे हैं। आपको याद होगा, आजादी के 75 साल मनाने के लिए 12 मार्च को बापू के साबरमती आश्रम से अमृत महोत्सव की शुरुआत हुई थी। इसी दिन बापू की दांडी यात्रा को भी पुनर्जीवित किया गया था। गुजरात से लेकर पूर्वोत्तर तक, देश भर में अमृत महोत्सव से जुड़े कार्यक्रम चल रहे हैं।

कितने ही स्वाधीनता सेनानी और महापुरुष हैं, जिन्हें अमृत महोत्सव में देश याद कर रहा है। सरकार और सामाजिक संगठनों की तरफ से भी लगातार इससे जुड़े कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। ऐसा ही आयोजन इस बार 15 अगस्त को होने जा रहा है। ये एक प्रयास है- राष्ट्रगान से जुड़ा हुआ। सांस्कृतिक मंत्रालय की कोशिश है कि इस दिन ज्यादा से ज्यादा भारतवासी मिलकर राष्ट्रगान गाएं। इसके लिए एक वेबसाइट बनाई गई है। rashtragaan.in। इस वेबसाइट की मदद से आप राष्ट्रगान गाकर उसे रिकॉर्ड कर  पाएंगे। इस अभियान से जुड़ पाएंगे। मुझे उम्मीद है, आप इस अनोखी पहल से जरूर जुड़ेंगे।

पीएम मोदी ने कहा, रोज के काम करते हुए भी हम राष्ट्र निर्माण कर सकते हैं, जैसे, Vocal for local। हमारे देश के स्थानीय उद्यमियों, कलाकारों, शिल्पकारों, बुनकरों को सपोर्ट करना, हमारे सहज स्वभाव में होना चाहिए। 7 अगस्त को आने वाला नेशनल हैंडलूम डे एक ऐसा अवसर है जब हम प्रयास पूर्वक भी ये काम कर सकते हैं। नेशनल हैंडलूम डे के साथ बहुत ऐतिहासिक पृष्ठभूमि जुड़ी हुई है। इसी दिन, 1905 में स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत हुई थी। देश के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में, हैंडलूम कमाई का बहुत बड़ा साधन है। ये ऐसा क्षेत्र है जिससे लाखों महिलाएं, लाखों बुनकर, लाखों शिल्पी, जुड़े हुए हैं। आपके छोटे-छोटे प्रयास बुनकरों में एक नई उम्मीद जगाएंगे। आप स्वयं कुछ-न-कुछ खरीदें और अपनी बात दूसरों को भी बताएं।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपको साई प्रनीथ जी के प्रयासों के बारे में बताना चाहता हूं। साई प्रनीथ जी, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं। पिछले वर्ष उन्होंने देखा कि उनके यहां मौसम की मार की वजह से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। मौसम विज्ञान में उनकी दिलचस्पी बरसों से थी। इसलिए अब वे अलग-अलग डेटा सोर्सेस से वेदर डेटा खरीदते हैं, उसका विश्लेषण करते हैं और स्थानीय भाषा में अलग-अलग माध्यमों से किसानों के पास जरूरी जानकारी पहुंचाते हैं ।

इसी तरह ओडिशा के संबलपुर जिले के गांव में रहने वाले ईसाक मुंडा जी कभी एक दिहाड़ी मजदूर थे, अब वे एक इंटरनेट सेंसेशन बन गए हैं। अपने यूट्यूब चैनल से काफी पैसे कमा रहे हैं। वे वीडियोज में स्थानीय व्यंजन, पारंपरिक खाना बनाने के तरीके, अपने गांव, अपनी लाइफ स्टाइल, परिवार और खान-पान की आदतों को दिखाते हैं।

पीएम ने कहा, मैं आप सभी को आने वाले सभी त्योहारों के लिए बधाई देता हूं। त्योहारों और उल्लास के दौरान, याद रखें कि कोरोना अभी हमारे बीच से नहीं गया है। आपको कोरोना से संबंधित प्रोटोकॉल को भूलना नहीं है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से पानी बचाने और इसे अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने कहा कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी को संरक्षित करने की जरूरत है।

पीएम मोदी का संबोधन:

 

 

 

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