देश में कई महिला मुख्यमंत्री बनीं,क्या उनमें से कोई कम्युनिस्ट थीं? - पीएम मोदी

देश में कई महिला मुख्यमंत्री बनीं,क्या उनमें से कोई कम्युनिस्ट थीं? - पीएम मोदी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-27 13:58 GMT
देश में कई महिला मुख्यमंत्री बनीं,क्या उनमें से कोई कम्युनिस्ट थीं? - पीएम मोदी
हाईलाइट
  • पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और लेफ्ट ने वैज्ञानिक को जानबूझकर झूठे मामले में फंसाया था।
  • पीएम मोदी ने कांग्रेस पर अपने फाएदे के लिए राष्ट्रीय हित को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और कम्युनिस्ट सरकार पर जमकर निशाना साधा।

डिजिटल डेस्क, थ्रिसुर। केरल दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और कम्युनिस्ट सरकार पर जमकर निशाना साधा। थ्रिसुर में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि केरल में कांग्रेस और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) के लीडर्स ने एक देशभक्त वैज्ञानिक नांबी नारायणन को जानबूझकर एक झूठे मामले में फंसाया था। पीएम ने कहा कि कांग्रेस और लेफ्ट बस विज्ञान को जासूसी के रूप में दुरुपयोग करना जानती है। पीएम ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के नाम पर कांग्रेस और लेफ्ट जीरो है। उन्होंने कहा कि देश में कई महिला मुख्यमंत्री बनीं, लेकिन क्या कभी लोगों ने यह सुना कि वह मुख्यमंत्री कम्युनिस्ट थी? इसके साथ ही पीएम ने महिला सशक्तिकरण, ट्रिपल तलाक, EVM हैक को लेकर भी कांग्रेस और लेफ्ट की आलोचना की।

नांबी नारायणन को पद्म पुरस्कार देना सम्मान की बात
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर अपने फाएदे के लिए राष्ट्रीय हित को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। पीएम ने कहा, दो दशक पहले UDF के कुछ नेताओं ने एक मेहनती और देशभक्त इसरो वैज्ञानिक नांबी नारायणन को एक झूठे मामले में फंसाया था। वह सिर्फ इसलिए क्योंकि उस वैज्ञानिक के साथ उनका कुछ मतभेद था और वह इसका निपटारा कर रहे थे। आप ही सोचिए ऐसे नेता अपनी खुद की राजनीति के लिए राष्ट्रीय हित को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की और एक वैज्ञानिक को परेशान किया।

पीएम ने कहा, यह सम्मान की बात है कि हमारी सरकार को नांबी नारायणन को पद्म पुरस्कार प्रदान करने का अवसर मिला। हम उन सभी व्यक्ति को महत्व देते हैं, जो भारत को मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे हैं। विपक्ष के लिए विज्ञान का दुरुपयोग ही एकमात्र तरीका है और वह इसे जासूसी के रूप में इस्तेमाल करते हैं। वहीं हमारे लिए विज्ञान राष्ट्रीय गौरव का विषय है। स्वच्छता जैसा विषय, जो पिछली सरकार के लिए कभी महत्वपूर्ण नहीं था, हमने उसमें परिवर्तन लाया है। वहीं विपक्षी पार्टियों की शुरुआत मोदी को गाली देते हुए होती है और अंत भी गाली देते हुए होती है।

EVM हैक में शामिल हुए सीनियर कांग्रेसी
पीएम ने कहा कि कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी को इस देश की संवैधानिक व्यवस्था पर भरोसा नहीं है। यह सभी पार्टियां कभी सेना तो कभी पुलिस और यहां तक ही नहीं सरकारी संस्थाओं जैसे कि CBI, CAG और RBI सभी गलत हैं। यह पार्टियां बस खुद को सही मानती हैं। कुछ दिन पहले पूरा देश यह देखकर हैरान रह गया कि कैसे लंदन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत के लोकतांत्रिक सिस्टम पर सवाल उठाया गया। इतना ही नहीं उस कॉन्फ्रेंस में किसे देखा गया। उसमें एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता को देखा गया। क्या यही आपका हमारे संवैधानिक संस्थानों और डेमोक्रेसी के प्रति सम्मान है? 

महिला सशक्तिकरण में कांग्रेस-लेफ्ट जीरो
पीएम ने कहा, मैं आपको बताना चाहता हूं कि न तो कांग्रेस और न ही कम्युनिस्ट की सरकार को महिला सशक्तिकरण से कुछ लेना देना है। अगर उन्हें इससे मतलब होता, तो वह NDA के ट्रिपल तलाक को समाप्त करने के प्रयास का समर्थन करती। भारत में कई महिला मुख्यमंत्री रही हैं, लेकिन उनमें से कोई कम्युनिस्ट लीडर रही हैं क्या? सबरीमाला टेंपल मामले को भी कम्युनिस्ट की सरकार ने ठीक से हैंडल नहीं किया। केरल सरकार यहां के संस्कृति को नष्ट कर रही है और उसका अपमान कर रही है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने मुद्रा व्यवसायी अरुलमोझी सरावनन से भी मुलाकात की। सरावनन ने थर्मोस फ्लास्क का व्यवसाय शुरू किया था और पीएमओ ने इसे GeM के तहत खरीदा भी था।

इससे पहले पीएम ने केरल में रिफाइनरी प्रोजेक्ट का शुभारंभ करते हुए कहा कि हम क्रूड ऑयल के आयात को 10 प्रतिशत तक कम करने की कोशिश कर रहे हैं और आने वाले कुछ समय में हम क्रूड ऑयल की जगह ऊर्जा के दूसरे स्रोतो को बढ़ावा देंगे। इसे दक्षिण भारत में बीजेपी के चुनाव अभियान की शुरुआत के तौर पर भी देखा जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने तमिलनाडु के मदुरै में 200 एकड़ में 700 बिस्तरों वाला अस्पताल बनाने की भी घोषणा की। इसमें तकरीबन 1,500 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। 

बता दें कि ISRO के टॉप वैज्ञानिकों में शुमार नांबी नारायणन समेत दो वैज्ञानिकों को जासूसी के आरोप में 1994 में अरेस्ट किया गया था। केरल पुलिस का दावा था कि नांबी समेत दो वैज्ञानिकों ने पाकिस्तान के लिए जासूसी की है और उन्हें देश से संबंधित कुछ दस्तावेज सौंपे हैं। इसके बाद जांच में CBI ने वैज्ञानिकों को निर्दोष पाया और कहा कि आरोप झूठे हैं। इसके बाद नांबी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। पिछले साल सितंबर में नांबी को सुप्रीम कोर्ट ने जासूसी के आरोप से बरी कर दिया। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि नांबी को केरल पुलिस ने बेवजह गिरफ्तार किया और प्रताड़ित किया। साथ ही नांबी के लिए 50 लाख मुआवजे की भी घोषणा की।

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