त्रिपुरा सरकार टैगोर-विवेकानंद को नहीं, स्टालिन और लेनिन को पूजती है : अमित शाह

त्रिपुरा सरकार टैगोर-विवेकानंद को नहीं, स्टालिन और लेनिन को पूजती है : अमित शाह

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-11 11:57 GMT
त्रिपुरा सरकार टैगोर-विवेकानंद को नहीं, स्टालिन और लेनिन को पूजती है : अमित शाह

डिजिटल डेस्क, अगरतला। त्रिपुरा में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी ने अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है। रविवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने त्रिपुरा में चुनावी रैली की। यहां उन्हें सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा, "त्रिपुरा में सीपीएम सरकार हिंसा की राजनीति करती है। राज्य सरकार यहां जनता को दबाने का काम करती है। बीजेपी इस हिंसा की राजनीत को विकास की राजनीति में बदलना चाहती है।"

अमित शाह ने कहा, "मैं पूरी सीपीएम को कहना चाहता हूं कि इस बार मुकाबला भाजपा से है। सीपीएम की चुनावी हिंसा से बीजेपी डरने वाली नहीं है। त्रिपुरा की जनता ने इस बार कम्यूनिस्टों को सबक सिखाने का मन बना लिया है। यहां बीजेपी गठबंधन की जीत पक्की है।"
 


अमित शाह ने इस दौरान कम्यूनिस्ट पार्टी द्वारा स्टालिन और लेनिन को पूजने पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, "त्रिपुरा की कम्यूनिस्ट सरकार भारत के महान लोगों को नहीं पूजती, ये लोग विदेशी शासकों की पूजा करते हैं। यहां टैगोर और विवेकानंद की नहीं, स्टालिन और लेनिन की जयंती मनाई जाती है। हमें यह चलन रोकना होगा।"

जनसभा में अमित शाह ने यह भी कहा कि भारत में बीजेपी शासित राज्यों में आज सरकारी कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के अंतर्गत सैलरी मिलती है लेकिन त्रिपुरा एक ऐसा राज्य है जहां कम्यूनिस्ट गवर्मेंट ने सरकारी कर्मचारियों को अब तक यह लाभ नहीं लेने दिया है। अमित शाह ने कहा, "अगर त्रिपुरा में भाजपा की सरकार आती है तो पांच साल के भीतर इसे हम एक मॉडल स्‍टेट बना देंगे।

बता दें कि त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव 18 फरवरी को होंगे। 60 सीटों पर होने वाले इन चुनावों का परिणाम तीन मार्च को जारी होगा। इन चुनावों में 297 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। यहां एक गैर सरकारी संगठन त्रिपुरा इलेक्शन वॉच के द्वारा किए गए एक अध्ययन में बताया गया है कि कुल उम्मीदवारों में से 17 उम्मीदवारों के खिलाफ दंगा, हत्या, आपराधिक धमकी और बलात्कार के आरोप हैं।
 

Similar News