गोरखपुर जेल से 2 माह बाद निकली विदेशी मॉडल, बोली गायत्री मंत्र से हुई रिहाई
गोरखपुर जेल से 2 माह बाद निकली विदेशी मॉडल, बोली गायत्री मंत्र से हुई रिहाई
- डारिया के पास से पुलिस ने बरामद किए दो पासपोर्ट
- पासपोर्ट की अवधि खत्म
- अवैध तरीके से रह रही थी
- पुलिस को उसके 'हनीट्रैप' होने का शक
डिजिटल डेस्क, गोरखपुर। गोरखपुर की जेल में बंद मॉडल डारिया मोलचन 8 जून को रिहा हो गई। डॉरिया मोलचन को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। जेल से रिहा होने के बाद डॉरिया मोलचन ने कहा कि वो जेल में गायत्री मंत्र का जाप करती थी। उसने कहा गायत्री मंत्र का जाप करने से ही वो जेल से बाहर आ सकी है। जमानत मिलने के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच डॉरिया को यूक्रेन के दूतावास में भेजा गया।
पुलिस को हनीट्रैप होने का शक
डारिया मोलचन के पास से पुलिस ने दो पासपोर्ट बरामद किए हैं। पुलिस को शक है कि वह ‘हनीट्रैप’ है। लोगों को अपने मोहपाश में फंसा कर उनसे जरूरी जानकारियां उगलवाती थी। वह पिछले काफी समय से भारत में रह रही है। उसका पासपोर्ट काफी समय पहले एक्सपायर कर चुका था, लेकिन वह अवैध तरीके से भारत में रह रही थी। जिस समय पुलिस ने डारिया को पकड़ा था उसके पास से पुलिस को फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, दो मोबाइल और एक टैबलेट मिला था।
आईपीएस के साथ आपत्तिजनक तस्वीर
खास बात यह है कि डॉरिया मोलचन के मोबाइल में एक सीनियर आईपीएस अधिकारी के साथ उसकी आपत्तिजनक तस्वीर भी मिली थी। इस तस्वीर को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है। पुलिस को शक है कि वह हनीट्रैप हो सकती है। पुलिस ने डॉरिया मोलचन के खिलाफ फर्जी दस्तावेज तैयार करने, जालसाजी करने, विदेश अधिनियम का उल्लंघन करने के मामले में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किए हैं।
2 अप्रैल को हुई थी गिरफ्तार
इंटेलिजेंस ब्यूरो ने सबसे पहले डारिया मोलचन के बारे में एसटीएफ को सूचना भेजी थी। जिसके बाद उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने गोरखपुर के एक होटल से 20 साल की इस मॉडल को 2 अप्रैल को गिरफ्तार किया था। जानकारी के मुताबिक डारिया मोलचन ने दिल्ली में रहकर मॉडलिंग भी की थी। खुफिया विभाग को शक है कि वो देश की सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न जानकारियां लीक करने में भी शामिल हो सकती है।
डॉरिया के संपर्कों को खंगालने में जुटी पुलिस
साल 2016 में भी डॉरिया मोलचन भारत आई थी लेकिन उस वक्त उसे जबरन यूक्रेन वापस भेज दिया गया था। उस वक्त उसके वीजा को भी ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया था। 2017 में डॉरिया दुबारा दिल्ली पहुंची तो उसे एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया। फिलहाल खुफिया विभाग भारत में उन लोगों की तलाश कर रही है जिन्हे डॉरिया मोलचन जानती है। पुलिस का मानना है कि भारत मे रहते हुए उसने काफी संपर्क विकसित कर लिए थे। इन्हीं संपर्कों के आधार पर खुफिया जानकारी जुटाती थी। पुलिस अब उसके संपर्क के लोगों की तलाश कर उनसे पता लगाने का प्रयास करेगी कि उसने किस तरह की जानकारियां जुटाई हैं और वे किस तरह से देश के लिए खतरनाक हो सकती हैं।