वसीम रिजवी को सिर कलम करने की धमकी, मदरसों पर उठाए थे सवाल

वसीम रिजवी को सिर कलम करने की धमकी, मदरसों पर उठाए थे सवाल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-15 05:51 GMT
वसीम रिजवी को सिर कलम करने की धमकी, मदरसों पर उठाए थे सवाल


डिजिटल डेस्क,बरेली। कुछ दिनों पहले मदरसा शिक्षा पर सवाल उठाने वाले उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी के बयान पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार को उन्हें अंडर वर्ल्ड डॉन ने धमकी दी थी। अब एक मुस्लिम संगठन ने रिजवी को सिर कलम करने की धमकी दी है। बरेली के संगठन ऑल इंडिया फैजान ए मदीना काउंसिल (AIMMC) ने वसीम रिजवी का सिर कलम करने वाले को 10 लाख रुपए का इनाम और फ्री हज यात्रा की घोषणा की है।


AIMMC ने कहा है कि रिजवी ने मदरसों की शिक्षा पर सवाल उठाकर मुस्लिम लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। अगर दो दिनों के अंदर वसीम रिजवी अपने दिए बयान पर माफी नहीं मांगते हैं तो उनका सिर कलम कर दिया जाएगा।  AIMMC प्रमुख मोईन सिद्दिकी ने कहा कि रिजवी का सिर कलम कर लाने वाले को 10 रुपए के साथ ही फ्री में हज यात्रा कराई जाएगी।

                       

डॉन की धमकी

बता दें इससे पहले रविवार को वसीम रिजवी लखनऊ के चौक थाने में शिकायक दर्ज कराने पहुंचे थे। शिकायत में उन्होंने बताया कि उन्हें शनिवार देर रात एक फोन आया था। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को D कंपनी का आदमी बताया और भाई के नाम से धमकी दी। साथ ही वसीम रिजवी को मौलानाओं से बिना शर्त माफी मांगने को कहा। माफी नहीं मांगने पर परिवार समेत अंजाम भुगतने की धमकी दी। 

                       

 

जमात-ए-उलेमा ने जताया विरोध

वसीम रिजवी की जिस चिट्ठी पर बवाल मचा है जमात-ए-उलेमा के मुताबिक इस चिट्ठी में बेहद आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं। जमात-ए-उलेमा का कहना है कि इस चिट्ठी की वजह से मदरसों का और मुसलमानों की छवि को भारी नुकसान हुआ है। इस चिट्ठी की वजह से मदरसों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ रहा है और लोग शक की निगाहों से देखने लगे हैं। इसके बाद जमात-ए-उलेमा-ए-हिंद ने वसीम रिजवी पर 20 करोड़ का मानहानि का मुकदमा ठोक दिया। साथ ही उनके सामने माफी मांगने की शर्त भी रखी।

"मदरसों से पैदा हुए आतंकवादी"
बता दें उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने मदरसों को बंद किए जाने की पैरवी की थी। वसीम रिजवी ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि अब वक्त आ गया है कि मदरसा शिक्षा को मुख्यधारा से जोड़ा जाए। उन्होंने इस पत्र में लिखा था कि कुछ संगठन और कट्टरपंथी मुस्लिम बच्चों को सिर्फ मदरसे की शिक्षा देकर उन्हें सामान्य शिक्षा की मुख्यधारा से दूर करने की कोशिश कर रहे हैं। मदरसों में बच्चे जैसी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, उस शिक्षा का स्तर बिल्कुल निचला है।


आतंकी संगठन कर रहे मदरसों को फंडिंग

वसीम रिजवी ने कहा था कि मदरसों को भी सीबीएसई और आईसीएसई की मान्‍यता मिलनी चाहिए। उनके अनुसार आतंकवादी संगठन मदरसों को संचालित किए जाने के लिए फंडिंग करते हैं। वसीम रिजवी ने पत्र में लिखा है कि ज्यादातर मदरसे जकात के पैसे से चल रहे हैं जो भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों से आ रहे हैं। मुस्लिम इलाकों में ज्यादातर मदरसे सऊदी अरब के भेजे धन से चल रहे हैं। इसकी जांच की जानी चाहिए। 

                         

 

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