B'Day Special: मैगी खाकर और उधारी में किट लेकर क्रिकेट खेलते थे 'कुंग फू पांड्या'
B'Day Special: मैगी खाकर और उधारी में किट लेकर क्रिकेट खेलते थे 'कुंग फू पांड्या'
डिजिटल डेस्क, भोपाल। 11 अक्टूबर 1993 को गुजरात के चोरयासी में एक लड़के का जन्म हुआ। उस समय इंडियन क्रिकेट में कपिल देव का नाम बहुत चलता था, लेकिन शायद ही किसी ने सोचा होगा कि चोरयासी में जन्मा ये लड़का एक दिन भारत का अगला कपिल देव बन सकता है। उस लड़के का नाम है- हार्दिक पांड्या। टीम इंडिया के बेहतरीन ऑलराउंडर के तौर पर उभर कर आए हार्दिक पांड्या आज 24 साल के हो गए हैं और उनको देखकर कहा जा रहा है कि वो अगले कपिल देव हो सकते हैं। हार्दिक पांड्या जितना अपने खेल को लेकर चर्चाओं में रहते हैं, उतना ही वो अपनी स्टायल और एटीट्यूड को लेकर भी सुर्खियों में बने रहते हैं। हार्दिक पांड्या आज जो कुछ भी हैं, वो अपनी दम और मेहनत के बलबूते हैं, लेकिन एक समय में पांड्या ने अपनी लाइफ में बहुत स्ट्रगल किया है। उन्हें क्रिकेट से इतना प्यार था, कि इसके लिए वो उधारी में किट लेते थे और क्रिकेट खेला करते थे, लेकिन आज पांड्या के पास किट की कोई कमी नहीं है। उनके बर्थ-डे के अवसर पर आज हम आपको उनकी लाइफ से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आप शायद ही जानते हों।
दोनों टाइम मैगी खाकर ही खेलते थे क्रिकेट
हार्दिक पांड्या ने एक इंटरव्यू में बताया था कि, "मुझे क्रिकेट का इतना शौक था कि मैं क्रिकेट किट उधार लेकर खेलने जाता था और पूरे दिन में सिर्फ 2 बार मैगी खाकर अपना पेट भरता था।" हार्दिक पांड्या अंडर-19 के दौरान सिर्फ मैगी खाकर ही अपना पेट भरते थे और दिनभर क्रिकेट खेलते थे। पांड्या ने इस इंटरव्यू में कहा था कि वो मैगी के बहुत बड़े फैन हैं और कुछ सिचुएशन भी ऐसी थीं कि उन्हें सिर्फ मैगी ही खानी पड़ती थी।
क्यों मैगी खाने को मजबूर थे पांड्या
हार्दिक पांड्या की फाइनेंशियल कंडीशन उस समय ऐसी नहीं थी कि वो अपनी डाइट को मैनेज कर सकें। पांड्या का कहना था कि उस समय उनकी फाइनेंशियल कंडीशन ऐसी थी कि डाइट को मैनेज करना काफी मुश्किल होता था। पांड्या ने इंटरव्यू में कहा था कि, "अब मैं जो चाहूं वो खा सकता हूं, लेकिन उस समय दोनों समय दिन और शाम में मैं मैगी ही खाता था। वो दौर भी बहुत खूबसूरत था।" पांड्या ने कहा था कि, "मैं बहुत लकी हूं, क्योंकि उस मुश्किल समय ने ही आज मुझे इस मुकाम पर पहुंचाया है।"
उधारी में किट लेकर खेला है क्रिकेट
हार्दिक पांड्या और उनके बड़े भाई क्रुणाल पांड्या दोनों ही क्रिकेट के शौकिन हैं और बचपन से ही क्रिकेट खेलते आ रहे हैं। दोनों भाईयों ने मिलकर एक गाड़ी खरीदी, उसी से दोनों क्रिकेट खेलने जाया करते थे। पांड्या ब्रदर्स ने जैसे-तैसे गाड़ी तो खरीद ली, लेकिन किट नहीं खरीद सके। इसके लिए दोनों भाईयों ने बडौदा क्रिकेट एसोसिएशन से एक साल के लिए किट उधार ली। उस समय हार्दिक 17 और क्रुणाल 19 साल के थे। पांड्या ने एक बार बताया था कि उस समय में हम दोनों भाई गाड़ी से क्रिकेट खेलने जाते थे, तब कई लोगों ने सवाल भी उठाए थे हम दोनों गाड़ी से आते हैं, लेकिन हमारे पास किट खरीदने के पैसे नहीं है।