बिल के अनुसार शतरंज ओलंपियाड पदक को मंजूरी दी गई : कमिश्नर ऑफ कस्टम्स

बिल के अनुसार शतरंज ओलंपियाड पदक को मंजूरी दी गई : कमिश्नर ऑफ कस्टम्स

IANS News
Update: 2020-12-03 17:30 GMT
बिल के अनुसार शतरंज ओलंपियाड पदक को मंजूरी दी गई : कमिश्नर ऑफ कस्टम्स
हाईलाइट
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चेन्नई, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। चेन्नई एयरपोर्ट के कस्टम आयुक्त ने गुरुवार को कहा कि न तो डीएचएल एक्सप्रेस इंडिया लिमिटेड ने और न ही भारतीय शतरंज टीम के नॉन-प्लेइंग कप्तान ने रूस से मिले पदकों के लिए कस्टम डयूटी में किसी भी तरह की छूट का दावा किया था।

कस्टम ड्यूटी का भुगतान करने के बाद आखिरकार भारतीय शतरंज टीम को स्वर्ण पदक मिल गया है। टीम ने ये स्वर्ण पदक इस साल अगस्त में फिडे आनलाइन ओलंपियाड में जीते थे।

कस्टम आयुक्त ने आईएएनएस से कहा, भारतीय शतरंज टीम के नॉन प्लेइंग कप्तान ग्रैंड मास्टर (जीएम) श्रीनाथ नारायणन की ओर से डीएचएल एक्सप्रेस इंडिया लिमिटेड द्वारा 28 नवंबर को बिल भरा गया था।

अधिकारी के अनुसार, डीएचएल द्वारा 30 नवंबर को मूल्यांकन के लिए बिल कस्टम डयूटी निर्धारण अधिकारी को प्रस्तुत किया गया था और उसी दिन इसका मूल्यांकन किया गया था और बिल के प्रविष्टि में प्रस्तुत तथ्यों के आधार पर माल को मंजूरी दी गई थी।

नारायणन ने कहा कि उन्होंने कस्टम डयूटी विभाग बेंगलुरु को संबोधित डीएचएल को एक पत्र दिया था, जिसमें इन पदकों के बारे में बताया गया था।

आम तौर पर, अंतर्राष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में पदक जीतने के बाद विदेशों से लौटने वाले भारतीय खिलाड़ियों के लिए कस्टम डयूटी में छूट दी जाती है।

नारायणन ने आईएएनएस से कहा, 13 सदस्यीय भारतीय टीम, जिसमें मैं भी शामिल हूं, को सभी पदकों के लिए 62000 रुपये का कस्टम ड्यूटी का भुगतान करने के बाद 12 पदक मिल गए हैं। मैंने कॉरियर कंपनी डीएचएल को इसका भुगतान किया, जो पहले ही ड्यूटी का भुगतान कर चुका है।

नारायणन के अनुसार, जीएम पेंटला हरिकृष्णा ने पिछले महीने अपना पदक प्राप्त किया था, क्योंकि वह भारत से बाहर रहते हैं।

कोरोना के कारण अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ ने ऑनलाइन प्रारूप में ओलंपियाड का आयोजन करवाया था।

विजेता भारतीय टीम में कप्तान विदित गुजराती, पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद, कोनेरू हंपी, डी हरिका, आर प्राग्गनानंद, पी हरिकृष्णा, निहाल सरीन और दिव्या देशमुख, पेंटिका अग्रवाल और श्रीनाथ नारायणन शामिल थे।

भारत और रूस के बीच अगस्त में ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड में खेला गया फाइनल नाटकीय अंदाज में खत्म हुआ था और शतरंज की वैश्विक संस्था-फिडे ने दोनों देशों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया था।

ईजेडए/एसजीके

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