‘मैन ऑफ द सीरीज’ धोनी बोले- टीम जहां चाहेगी, वहां बैटिंग करूंगा

‘मैन ऑफ द सीरीज’ धोनी बोले- टीम जहां चाहेगी, वहां बैटिंग करूंगा

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-18 13:00 GMT
‘मैन ऑफ द सीरीज’ धोनी बोले- टीम जहां चाहेगी, वहां बैटिंग करूंगा
हाईलाइट
  • कोहली ने कहा कि इंडियन क्रिकेट के लिए कोई सबसे ज्यादा प्रतिबद्ध है
  • तो वह धोनी हैं।
  • जीत के बाद धोनी ने कहा कि वह किसी भी बैटिंग पोजिशन पर खेलने को तैयार हैं।
  • धोनी को मैन ऑफ द सीरीज के खिताब से भी नवाजा गया।

डिजिटल डेस्क, मेलबर्न। भारत ने 70 साल बाद ऑस्ट्रेलिया को उसी की जमीन पर हराकर टेस्ट और वनडे सीरीज दोनों जीत ली हैं। टेस्ट में जहां तेज गेंदबाज जस्प्रीत बुमराह जीत के सूत्रधार रहे, वहीं वनडे में कैप्टन कूल के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी सूझबूझ से भारत को 2-1 से सीरीज जीता दिया। बेहतरीन प्रदर्शन के लिए धोनी को मैन ऑफ द सीरीज के खिताब से भी नवाजा गया। यह भारत की ऑस्ट्रेलिया में पहली वनडे सीरीज (द्विपक्षीय) जीत है। जीत के बाद धोनी ने कहा कि वह किसी भी बैटिंग पोजीशन पर खेलने को तैयार हैं।

धोनी ने कहा, "मेलबर्न का विकेट काफी स्लो था, इसलिए सभी बल्लेबाजों को परेशानी हो रही थी। कोई भी बल्लेबाज को मनचाहे तरीके से खुल कर शॉट खेलने में परेशानी हो रही थी। मैच को अंत तक ले जाने के अलावा हमारे पास और कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था। मुझे और केदार जाधव को पता था कि ऑस्ट्रेलिया के कुछ मुख्य गेंदबाज के ओवर्स समाप्त होने वाले हैं। जो गेंदबाज अच्छी बॉलिंग कर रहे थे, उनपर रिस्क लेना बेवकूफी होती। केदार ने अनऑर्थोडॉक्स शॉट खेलकर चौके बंटोरे और मेरा काम आसान कर दिया।"

 

 

धोनी ने कहा, "जब आप नेशनल टीम के लिए खेल रहे हो, तो यह बात तो दिल से निकाल ही देनी चाहिए कि आपको आपके मनचाहे पोजिशन पर बैटिंग करने को मिलेगा। मैं किसी भी पोजीशन पर बैटिंग करने के लिए कम्फर्टेबल हूं। जहां टीम चाहेगी मैं वहां बैटिंग करूंगा। 14 साल क्रिकेट खेलने के बाद मैं यह नहीं कह सकता कि मुझे छठे नम्बर पर बल्लेबाजी नहीं करनी है, या मुझे चौथे पोजिशन पर बैटिंग करने दो।" 

कप्तान कोहली ने जीत का श्रेय धोनी को देते हुए कहा, "मैं धोनी के लिए बहुत खुश हूं। उन्होंने इस सीरीज में काफी रन बनाए हैं। लोग बहुत कुछ बोलते हैं, लेकिन हमें पता है कि इंडियन क्रिकेट के लिए कोई सबसे ज्यादा प्रतिबद्ध है, तो वह धोनी हैं। मुझे लगता है कि लोगों को उन्हें समय और स्पेस देना चाहिए। उन्होंने देश को बहुत कुछ दिया है। मुझे लगता है कि उन्हें उनके गेम पर छोड़ देना चाहिए।" इससे पहले दूसरे वनडे जीत के बाद कोहली ने धोनी की तारीफ में पुल बांध दिए थे। कोहली ने कहा था कि धोनी हमेशा से एक मैच फिनीशर रहे हैं और वह इस टीम का हिस्सा हैं और रहेंगे। 

धोनी ने मेलबर्न में खेले गए तीसरे और फाइनल वनडे में 114 गेंदों पर 6 चौकों की मदद से 87* रन बनाए। इसके अलावा पहले वनड में उन्होंने 51 रन बनाए थे। जबकि दूसरे वनडे में 55 रन बनाकर नाबाद रहे थे और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। धोनी भारती की ओर से इस सीरीज में 193 रनों के साथ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। ऑस्ट्रेलिया के शॉन मार्श 224 रनों के साथ इस लिस्ट में पहले स्थान पर रहे। वहीं हिटमैन रोहित शर्मा एक शतक की बदौलत (43, 133, 9 रन) कुल 185 रन बनाकर तीसरे स्थान पर रहे। कप्तान कोहली ने 3, 104 और 46 रन की बदौलत सीरीज में 153 बनाए। 

भारत की ओर से तेज गेंदबाज भुवनेश्वर ने सबसे अधिक 8 विकेट लिए। वहीं तीसरे मैच में पहली बार उतरने वाले युजवेंद्र चहल और ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज झाई रिचर्डसन 6-6 विकेट के साथ दूसरे स्थान पर रहे। मो. शमी 5 और स्टोइनिस 4 विकेट के साथ क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर रहे।

 

 

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