क्रिकेट: BCCI अधिकारी ने कहा, ICC का टैक्स लेटर कार्यप्रणाली पर उठा रहा है गंभीर सवाल

क्रिकेट: BCCI अधिकारी ने कहा, ICC का टैक्स लेटर कार्यप्रणाली पर उठा रहा है गंभीर सवाल

IANS News
Update: 2020-05-24 16:30 GMT
क्रिकेट: BCCI अधिकारी ने कहा, ICC का टैक्स लेटर कार्यप्रणाली पर उठा रहा है गंभीर सवाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। BCCI और ICC के बीच भारत में होने वाले ICC टूर्नामेंट में टैक्स में छूट हमेशा से मुद्दा रहा है। और, अब चीजों ने एक अलग खराब रुख ले लिया है क्योंकि ICC ने भारतीय बोर्ड से इस बात के सबूत मांगे हैं कि उसने इस मुद्द पर सरकार के साथ काम करने की कोशिश की थी। इस मामले से संबंध रखने वाले BCCI के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि इस समय जब पूरा विश्व कोरोनावायरस महामारी से लड़ रहा है, तब इस तरह के ईमेल भेज कर भारतीय बोर्ड पर दबाव बनाना बेहद दुखद है।

अधिकारी ने कहा, मुझे समझ नहीं आ रहा है कि इस समय जब सभी कुछ कोरोनावायरस की गिरफ्त में आ रहा है, तब ऐसी चीजें कैसे हो सकती हैं। यह ICC के नेतृत्व की विफलता है और साफ संकेत है कि बदलाव निकट है। यह समय है जब शशांक मनोहर को जाना चाहिए और BCCI को ऐसे किसी भी शख्स का साथ नहीं देना चाहिे जिसको उनका (मनोहर का) समर्थन प्राप्त हो।

BCCI को भारत में 2021 में होने वाले टी-20 विश्व कप को लेकर 18 महीने पहले टैक्स में छूट को लेकर अपनी बात रखनी थी, इसका मतलब है कि अंतिम तारीख अप्रैल की थी। लेकिन कोरोनावायरस के कारण पूरा विश्व इस समय लॉकडाउन में है और इसी कारण भारतीय बोर्ड ने 30 जून तक का समय मांगा था। ICC के मुताबिक, ICC बिजनेस कॉरपोरेशन (आईबीसी) तारीख को आगे बढ़ाने को लेकर राजी नही हुआ। आईबीसी में ICC के सदस्य देशों के निदेशक होते हैं और रिपोर्ट के मुताबिक कुछ लोगों को इसकी जानकारी भी नहीं है। BCCI अधिकारी ने कहा है कि अगर यह स्थिति है तो चैयरमेन शशांक मनोहर को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

अधिकारी ने कहा, अगर यह सच है कि कुछ निदेशकों को इस बारे में जानकारी नहीं है तो यह काफी गंभीर मुद्दा है और यह ICC/आईबीसी के बोर्ड स्तर पर अपराध है जिसकी जिम्मेदारी चेयरमैन को लेनी चाहिए। एक और अधिकारी ने कहा कि यह पूरा वाकया हैरानी वाला है खासकर ICC का यह कहना कि आईबीसी तारीख बढ़ाने को लेकर राजी नहीं है। उन्होंने कहा, दिलचस्प बात यह है कि उनके वकील जोनाथन हॉल ने लिखा है कि आईबीसी ने BCCI की अपील को खारिज कर दिया है। अब सवाल यह है कि बोर्ड के बिना देखे और इसके लिए वोटिंग हुए बिना यह हुआ कैसे?

उन्होंने कहा, अगर सौरव गांगुली बैठक में इसका माकूल जवाब नहीं देते है और जो राजनीति धोखा दिया जा रहा है उसके खिलाफ नहीं बोलते हैं तो हैरानी होगी। वह इस पर किस तरह की प्रतिक्रिया देते हैं, वो बताएगा कि वह किस तरह के BCCI अध्यक्ष हैं।

 

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