IPL 2018: पिता से बगावत कर बेटा बना क्रिकेटर, ऐसे बदली किस्मत

IPL 2018: पिता से बगावत कर बेटा बना क्रिकेटर, ऐसे बदली किस्मत

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-27 13:23 GMT

 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के साथ कामयाबी की कई कहानियां जुड़ी हैं। बीते 10 बरसों में कई गुमनाम खिलाड़ी इस मंच पर आकर स्टार क्रिकेटर बन गए तो वहीं कई स्टार खिलाड़ी इस लीग में नाकाम साबित हुए। सफलता और असफलता की ऐसी मिली-जुली कहानियों ने ही इस खेल को इतनी लोकप्रियता दी है। आज हम आपको एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बता रहे हैं जिस पर IPL 2018 में सबकी नजरें रहेंगी। इस क्रिकेटर का नाम है खलील अहमद, जो इस बार सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से IPL 2018 में खेलेंगे।

 

                                              

 

कोलकाता से निकलते ही मिली खुशखबरी 

जिस वक्त आईपीएल की लिए खिलाड़ियों की नीलामी चल रही थी उस वक्त खलील अहमद कोलकाता से मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट का फाइनल खेलकर वापस राजस्थान के टोंक शहर लौट रहे थे। इसी बीच उन्हें जो खबर मिली वो उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी लेकर आई थी। खलील को ये पता चला कि उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने तीन करोड़ रुपए की रकम में खरीद लिया है तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। एक छोटे शहर के युवा के लिए ये किसी ख्वाब के सच होने जैसा था।

                                                                  

 

पिता नहीं चाहते थे कि खलील क्रिकेट खेलें

5 दिसंबर 1997 को राजस्थान के टोंक शहर में एक लोअर मिडिल क्लास फैमिली में जन्में खलील अहमद के पिता कम्पांडर हैं। बचपन से ही खलील का मन पढ़ाई में कम और क्रिकेट में ज्यादा लगता था। वो एक प्रोफेशनल क्रिकेटर बनना चाहते थे और इसी वजह से उन्हें शुरुआत में काफी संघर्ष भी करना पड़ा। खुद खलील का ही परिवार नहीं चाहता था कि वो आगे भी क्रिकेट खेलें। खासकर उनके कम्पाउंडर पिता तो अपने बेटे को डॉक्टर बनाने का सपना देख रहे थे। लेकिन किस्मत ने खलील के लिए कुछ और ही तय कर रखा था।

                                                                                     

 

दोस्तों से साइकिल मांगकर जाते थे खेलने

एक वक्त ऐसा भी था कि जब क्रिकेट के मैदान में पहुंचने के लिए खलील अपने दोस्तों से साइकिल मांगनी पड़ती थी। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी और इसी वजह से उनके क्रिकेट खेलने पर परिवार वालों को ऐतराज था। ऐसे वक्त में खलील के कोच इम्तियाज उनके लिए किसी हीरो की तरह सामने आए और उन्होंने खलील के पिता को समझाया कि उनका बेटा बेहद प्रतिभाशाली है और वो एक कामयाब क्रिकेटर बन सकता है। कोच की बात को खलील के पिता ने समझा और अपने बेटे को खेलने की आजादी दे दी। खलील ने इसका फायदा उठाया और अपने खेल को निखारने के लिए और कड़ी मेहनत करनी शुरू कर दी।

                                                                  

 

दो IPL खेलने के बाद भी नहीं मिला मौका 

खलील बाएं हाथ के मीडियम पेस गेंदबाज हैं और वो सबसे पहले 2016 के अंडर 19 वर्ल्ड कप के दौरान अपनी गेंदबाजी से सुर्खियों में आए थे। टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने उनका खेल तराशने में काफी मेहनत की और इसका नतीजा ये हुआ कि उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स ने अपनी टीम का हिस्सा बना लिया। खलील दो बार आईपीएल में शामिल हुए लेकिन उन्हें कभी खेलने का मौका नहीं मिला। IPL 2018 के लिए सनराइजर्स हैदराबाद ने उन पर 3 करोड़ खर्च कर ये बता दिया कि इस युवा गेंदबाज में खासा दम है और उन्हें IPL 2018 में बस एक मौका देने भर की देर है।   
 

 

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