जब उल्टी कर-करके नेहरा ने उड़ाए थे अंग्रेजों के छक्के , देखें Video

जब उल्टी कर-करके नेहरा ने उड़ाए थे अंग्रेजों के छक्के , देखें Video

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-12 04:06 GMT
जब उल्टी कर-करके नेहरा ने उड़ाए थे अंग्रेजों के छक्के , देखें Video

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आशीष नेहरा, एक ऐसा नाम, जो आज भी हारे हुए मैच को जीत में बदलने की ताकत रखता है। टीम इंडिया की नैया जब-जब मझधार में फंसी है, नेहरा ने ही "खिवैया" बनकर नैया को पार लगाया है। आखिरकार अब ये खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने वाला है। आशीष नेहरा इस समय टीम के सबसे "सीनियर" खिलाड़ी हैं और इंडियन कैप्टन विराट कोहली से 10 साल बड़े भी। नेहरा अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच बुधवार को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेंगे। ये टी-20 मैच नेहरा के होम ग्राउंड में खेला जाएगा। बताया जा रहा है कि पहले नेहरा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज के बाद ही रिटायर होने वाले थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपना आखिरी मैच होम ग्राउंड में खेलना चाहा और फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले टी-20 मैच से रिटायर होने का मन बनाया।

18 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा

आशीष नेहरा को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज में टीम में शामिल तो किया गया है, लेकिन शुरुआती दोनों मैचों में उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी गई। उम्मीद है कि शुक्रवार को होने वाले आखिरी टी-20 में नेहरा प्लेइंग इलेवन में रहेंगे। नेहरा को जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज का हिस्सा बनाया गया, तो कई लोगों को इस बात की हैरानी हुई कि "युवाओं का खेल माने जाने वाले टी-20 में आशीष नेहरा का क्या काम?" नेहरा का करियर यूं तो उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन जब भी उन्होंने वापसी की है तो शायद ही कोई ऐसा मौका हो जब वो टीम के काम न आएं हों। नेहरा अब चूंकि रिटायर होने जा रहे हैं और अपने करीब 18 साल के करियर को अलविदा कहने जा रहे हैं, तो उनसे जुड़े कुछ किस्से आज दोबारा से ताजा हो गए हैं। उन्हीं में से एक है, जब नेहरा को ग्राउंड पर ही "उल्टी" होने लगी लेकिन उसके बावजूद उन्होंने खेला और न सिर्फ खेला बल्कि टीम को जीत भी दिलाई।

"उल्टियां" की, लेकिन इंग्लैंड को नहीं बख्शा

2003 का वर्ल्ड कप। साउथ अफ्रीका में खेला जा रहा था। इस टूर्नामेंट में डरबन के मैदान पर कुछ ऐसा हुआ, जो आज भी जिंदा है। डरबन की तेज पिच पर इंग्लैंड और इंडिया का आमना-सामना हुआ। इस मैच में इंडिया ने पहले बल्लेबाजी की और सिर्फ 250 रन ही बनाए। ऐसे में टीम के लिए ये मैच जीत पाना थोड़ा मुश्किल था, क्योंकि टारगेट इंग्लैंड की मजबूत टीम के हिसाब से कम था। टीम इंडिया जब गेंदबाजी के लिए आई, तो उस समय के कैप्टन सौरव गांगुली को एक ऐसे बॉलर की तलाश थी, जो इस फास्ट पिच पर इंग्लैंड को 250 रन के अंदर समेट सके। ऐसे में गांगुली की इस तलाश को नेहरा ने पूरा किया। आशीष नेहरा ने इस मैच में 10 ओवर डाले और मात्र 23 रन देकर 6 इंग्लिश बैट्समैन को पवैलियन भेजा। ये उनके करियर की सबसे बेस्ट परफॉर्मेंस रही। बॉलिंग करते हुए एक वक्त ऐसा आया, जब नेहरा को "उल्टी" आने लगी। तब ऐसा लगा कि नेहरा अपने पूरे 10 ओवर कर भी पाएंगे या नहीं, क्योंकि उस समय इंग्लैंड से मैच जीतना बहुत जरूरी था। लेकिन नेहरा ने हार नहीं मानी और कुछ केले खाकर वापस अपना स्पैल पूरा करने आए। इस मैच में नेहरा ने "उल्टी" के बावजूद भी इंग्लैंड को नहीं बख्शा और टीम इंडिया को जीत दिलाई। इस मैच में टीम इंडिया के 250 रन के मुकाबले इंग्लैंड की टीम 45.3 ओवर में मात्र 168 रन ही बना सकी। 

जिंबाब्वे के खिलाफ खेला था पहला मैच

आशीष नेहरा के इंटरनेशनल करियर की शुरुआत 1999 में श्रीलंका के खिलाफ हो गई थी, लेकिन वनडे में उन्होंने जिंबाब्वे के खिलाफ डेब्यू किया। 2001 में अपने डेब्यू मैच में नेहरा ने 2 विकेट झटके थे। इसके बाद से अब तक नेहरा ने 120 इंटरनेशनल वनडे खेले और 157 विकेट चटकाए, वहीं टी-20 में उन्होंने अब तक 26 मुकाबले खेले हैं और 34 विकेट अपने नाम किए हैं।

इसके अलावा नेहरा IPL में भी 88 मैच खेल चुके हैं, जिसमें भी वो काफी सफल गेंदबाज बनकर उभरे हैं। 88 मैचों में नेहरा के नाम 106 विकेट हैं। IPL में नेहरा मुंबई इंडियंस, दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स और चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से खेल चुके हैं। फिलहाल नेहरा सनराइजर्स हैदराबाद टीम का हिस्सा हैं। 

टेस्ट में फेल रहे हैं आशीष नेहरा

वनडे और टी-20 में अपनी धाक जमाने वाले नेहरा का टेस्ट करियर उतना खास नहीं रहा। साल 1999 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट करियर की शुरुआत करने वाले नेहरा ने अपना आखिरी टेस्ट 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। रावलपिंडी में खेले गए इस मैच में नेहरा ने दोनों पारियों को मिलाकर 3 विकेट ही लिए थे। नेहरा ने अपने करियर में 17 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 44 विकेट लिए। टेस्ट मैच में नेहरा एक बार भी 5 विकेट नहीं ले पाए। हालांकि कई बार नेहरा को खराब फिटनेस के कारण भी टेस्ट टीम में शामिल नहीं किया गया। आखिरकार 2007 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। 

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