टीम डिजिटल, नई दिल्ली. चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने रविवार (18 जून) को शानदार जीत हसिल की. पाक टीम ने भारत को 180 रन से हराकर पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया.भारतीय टीम ने बैटिंग, खेल के सभी विभाग में निराश किया. पाकिस्तान की इस जीत के बाद पाक क्रिकेट के लिए रमजान का महीना बेहद मुबारक साबित होता है.
इस पाक महीने में जब भी पाकिस्तान किसी भी मुल्क के साथ क्रिकेट खेलता हैं. चाहे वो द्विपक्षीय सीरीज हो या बड़ा टुर्नामेंट, पाकिस्तान को हराना लगभग नामुमकिन होता हैं. इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण हैं 1992 का वर्ल्डकप. उस समय वर्ल्ड कप रमजान के महिने में ही था. पाकिस्तान का फाइनल मैच इंग्लैंड से था. तब पाक ने इंग्लैंड को 22 रन से हराया था. ये पहली बार था जब पाकिस्ता ने विश्व कप का खिताब जीता था.
रविवार (18 जून) को भी चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में पाक लगभग नामुमकिन स्थिति में 8वें नंबर से खेलने आया था और पहले ही मैच में भारत ने पाक को 124 रन से हरा दिया था. लेकिन रमजान की दुआओं के चलते पाकिस्तान सभी को हराते हुए पहली बार चैपिंयंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया. रमजान के महिने जिस तरह पाकिस्तान ने पहली बार विश्व कप जीता था, ठीक उसी तरह इस बार भी पाक न पहली बार रमजान के महिने चैंपियंस ट्रॉफी जीती.