पहले मैच में सचिन ने सोचा था क्रिकेट छोड़ दूं

पहले मैच में सचिन ने सोचा था क्रिकेट छोड़ दूं

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-12 03:18 GMT
पहले मैच में सचिन ने सोचा था क्रिकेट छोड़ दूं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेट के भगवान मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर अक्सर अपनी जिंदगी से जुड़े खुलासे करते रहे हैं, हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान सचिन ने खुलासा किया कि एक वक्त ऐसा आया था जब उन्होंने सोचा था कि क्रिकेट छोड़ दें। सचिन ने बताया कि साल 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर की पहली टेस्ट पारी के बाद उनके मन में क्रिकेट छोड़ देने का विचार आया था। 

 

 

"...तो लगा कि क्रिकेट छोड़ दूं"

सचिन तेंदुलकर ने कहा कि जब मैं 16 साल का था और कराची में पहली टेस्ट पारी खेलने से पहले उन्हें लगा कि शायद ये उनके क्रिकेट करियर की आखिरी पारी होगी। सचिन ने कहा कि उस वक्त पाकिस्तान के पास दुनिया का सबसे डेंजरस बॉलिंग अटैक था, वसीम अकरम और वकार यूनिस जिस तरह के गेंदबाज थे उनके सामने बल्लेबाजी करना आसान नहीं था। मेरे पास दोनों गेंदबाजों का सामना करने का कोई प्लान नहीं था, मैं समझ नहीं पा रहा था कि क्या हो रहा है और जब मैं ड्रेसिंग रूम में पहुंचा तो मेरे दिमाग में आया कि ये मेरे बस की बात नहीं है।

 

 

मेरे जहन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे थे, मैंने ड्रेसिंग रूम में अपने साथी खिलाड़ियों से बात की तो उन्होंने मझे बताया कि तुम्हें विकेट पर समय बिताना होगा, ये अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट है और वसीम और वकार दुनिया के विश्वस्तरीय गेंदबाज, जिन्हें तुम्हें सम्मान देना होगा, तुम जाते ही शॉट्स खेलने के बारे में मत सोचना और क्रीज पर संयम से काम लेना। मैं बैटिंग करने उतरा और महज 15 रन बनाकर आउट हो गया लेकिन साथियों की दी सलाह फैसलाबाद में हुए दूसरे टेस्ट में उनके काफी काम आई और पहली पारी मैंने 59 रनों की पारी खेली। सचिन ने बताया कि जब वो 59 रन बनाकर ड्रेसिंग रूम में लौटे तो वो काफी खुश थे और मन ही मन खुद से कह रहे थे कि तूने कर दिखाया, तू कर सकता है। 

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