चाचा-चाची कहते थे काली हो जाओगी, कोई शादी नहीं करेगा : सानिया मिर्जा

चाचा-चाची कहते थे काली हो जाओगी, कोई शादी नहीं करेगा : सानिया मिर्जा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-29 05:31 GMT
चाचा-चाची कहते थे काली हो जाओगी, कोई शादी नहीं करेगा : सानिया मिर्जा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा गुरुवार को मुंबई में संयुक्त राष्ट्र के महिला गान "मुझे हक है" के लॉन्चिंग कार्यक्रम में शामिल हुईं। कार्यक्रम के दौरान सानिया ने अपने खेल करियर में माता-पिता के योगदान को याद किया और उनसे जुड़ी बातें शेयर कीं। इस दौरान सानिया ने बताया कि जब उन्होंने टेनिस खेलना शुरु किया तब लोग उन पर ताने मारा करते थे, उनका मजाक उड़ाते थे। सानिया ने कहा कि उनने 6 साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू किया था, उस समय हैदराबाद में किसी लड़की का टेनिस खेलना असामान्य बात मानी जाती थी। वैसे भी मैं क्रिकेटरों के परिवार से आती हूं, मेरे पिता भी क्रिकेटर रहे हैं, इसलिए लोगों को लगता था कि मैं भी क्रिकेट ही खेलूंगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मैंने क्रिकेट की जगह टेनिस चुना। 

 

 

"चाचा-चाची कहते थे काली हो जाओगी"

 

छह ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुकीं सानिया ने कार्यक्रम के दौरान ये भी बताया कि जब उन्होंने टेनिस खेलना शुरु किया तो चाचा-चाचियों ने कहा कि काली हो जाओगी कोई शादी नहीं करेगा। सानिया ने कहा मेरे पिता मेरे सबसे बड़े हीरो हैं क्योंकि उन्होंने किसी की परवाह नहीं की, सबका सामना किया और कहा कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता। तब लोग मेरे माता पिता का मजाक उड़ाते थे और कहते थे कि आपको क्या लगता है कि आपकी बेटी क्या मार्टिना हिंगिस बनेगी ? और किस्मत देखिए मैंने आगे अपने तीन ग्रैंड स्लैम मार्टिना हिंगिस के साथ ही जीते। 

 

 

"महिला-पुरुष पर दुनियाभर में असमानता है"

 

कार्यक्रम के दौरान सानिया मिर्जा ने टेनिस में पुरुष और महिलाओं को मिलने वाली पुरस्कार राशि की बराबरी के बारे में भी खुलकर बात की। सानिया ने कहा कि आज भी जब हम समान पुरस्कार की लड़ाई करते हैं, हमें कारण बताना पड़ता है कि एक टेनिस खिलाड़ी के रूप में हमें भी पुरुषों के बराबर पुरस्कार राशि क्यों मिलनी चाहिए। इसका मतलब है कि इस दुनिया में हर जगह असमानता है, केवल भारत में ही ऐसा नहीं है। 

Similar News