एक कान से नहीं सुनाई देता इस क्रिकेटर को, मोहाली वनडे से कर रहा है डेब्यू 

एक कान से नहीं सुनाई देता इस क्रिकेटर को, मोहाली वनडे से कर रहा है डेब्यू 

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-13 08:23 GMT
एक कान से नहीं सुनाई देता इस क्रिकेटर को, मोहाली वनडे से कर रहा है डेब्यू 

डिजिटल डेस्क, मोहाली। इंडिया और श्रीलंका के बीच 3 मैचों की सीरीज का दूसरा वनडे बुधवार को मोहाली में खेला जा रहा है। इस मैच में वाशिंगटन सुंदर टीम इंडिया की तरफ से इंटरनेशनल वनडे में डेब्यू कर रहे हैं। इससे पहले सुंदर कई डॉमेस्टिक टूर्नामेंट्स में खेल चुके हैं, जहां उनकी परफॉर्मेंस बेहतर रही है। इसी की बदौलत उन्हें टीम इंडिया में खेलने का मौका मिला। एक खिलाड़ी की तरह सुंदर ने भी अपनी लाइफ में बहुत स्ट्रगल किया है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी। इसी का नतीजा है कि उन्हें मोहाली में टीम इंडिया की प्लेइंग 11 में शामिल किया गया है, लेकिन टीम के इस नए खिलाड़ी को आप कितना जानते हैं?


एक कान से सुन नहीं सुन सकते सुंदर

वॉशिंगटन सुंदर एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं, इसमें कोई शक नहीं है, लेकिन कहा जाता है कि उन्हें एक कान से सुनाई नहीं देता। 18 साल के सुंदर चेन्नई के रहने वाले हैं और जब वो 4 साल के थे, तब उन्हें अपनी इस परेशानी के बारे में पता चला। बताया जाता है कि 4 साल की उम्र में जब उनके घरवालों को उनकी इस परेशानी के बारे में पता चला, तो इसका इलाज कई हॉस्पिटल में कराया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। काफी समय तक इलाज कराने के बाद पता चला कि सुंदर की इस परेशानी का कोई इलाज नहीं है।



कभी नहीं मानी हार

कहते हैं कि एक सफल व्यक्ति असफलताओं में भी मौके ढूंढ लेता है और असफल व्यक्ति सिर्फ बहाने ही ढूंढता रहता है। ऐसा ही कुछ वॉशिंगटन सुंदर के साथ भी हुआ। एक कान से सुंदर को बचपन से ही सुनाई नहीं देता था। इस कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद सुंदर ने अपनी इस परेशानी से ध्यान हटाया और सिर्फ क्रिकेट पर ही फोकस किया। सुंदर ने क्रिकेटर बनने के लिए बहुत मेहनत की और इसी का नतीजा रहा कि उन्हें 17 साल की उम्र में तमिलनाडु की तरफ से रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका मिला।



IPL में मिली जगह

रणजी ट्रॉफी खेलने के बाद वॉशिंगटन सुंदर की लाइफ बदल गई। उन्हें इसी साल के इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खेलने का मौका मिला। सुंदर स्टीव स्मिथ की कैप्टेंसी वाली राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स की टीम की तरफ से खेले। इस मौके का उन्होंने पूरा फायदा उठाया। सुंदर को IPL मे 11 में से 10 मैचों में बॉलिंग करने का मौका मिला। जिसमें उन्होंने 8 विकेट लिए। हालांकि बैटिंग में उन्हें ज्यादा मौका नहीं मिला और वो सिर्फ 5 मैचों में 5 रन ही बना सके। सुंदर लेफ्ट हैंड से बॉलिंग करते हैं, तो वहीं राइट हैंड से बैटिंग करते हैं।

जाधव की जगह मिला मौका

वॉशिंगटन सुंदर को श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू करने का मौका केदार जाधव की वजह से मिला। दरअसल, श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज से शुरू होने से पहले तक केदार जाधव टीम में शामिल थे, लेकिन धर्मशाला वनडे से पहले ही केदार के पैरों में मांसपेशियों की समस्या हो गई। जिसके बाद केदार जाधव की जगह पर वॉशिंगटन सुंदर को टीम इंडिया की प्लेइंग 11 में जगह दी गई। 

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