मुक्केबाजी छोड़ वेटलिफ्टिंग में रखा था कदम, जानिए भारत को गोल्ड दिलाने वाले जेरेमी लालरिननुंगा के जीवन की दिलचस्प कहानी

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 मुक्केबाजी छोड़ वेटलिफ्टिंग में रखा था कदम, जानिए भारत को गोल्ड दिलाने वाले जेरेमी लालरिननुंगा के जीवन की दिलचस्प कहानी

Anchal Shridhar
Update: 2022-07-31 12:23 GMT
मुक्केबाजी छोड़ वेटलिफ्टिंग में रखा था कदम, जानिए भारत को गोल्ड दिलाने वाले जेरेमी लालरिननुंगा के जीवन की दिलचस्प कहानी

डिजिटल डेस्क, भोपाल। अपने पहले ही कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीतकर भारत के जेरेमी लालरिननुंगा ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने वेटलिफ्टिंग में मैंस 67 कि.ग्रा. कैटेगरी में सबसे ज्यादा वजन उठाकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। मिजोरम की राजधानी आइजोल से आने वाला यह युवा लिफ्टर इससे पहले यूथ ओलंपिक में भी स्वर्ण पदक जीत चुका है। गौरतलब है कि जेरेमी के पिता भी जूनियर नेशनल चैंपियन रह चुके हैं। जेरेमी के परिवार में उनके अलावा उनके 4 भाईयों ने भी अपने पिता की तरह ही मुक्केबाजी के रिंग में उतरने का फैसला किया। आइए जानते हैं इस खिलाड़ी के मुक्केबाजी छोड़कर वेटलिफ्टिर बनने की दिलचस्प कहानी।

जब मुक्केबाजी छोड़ वेटलिफ्टिंग में आए जेरेमी

जेरेमी ने अपने पिता के अंडर में मात्र 6 साल की उम्र में मुक्केबाजी की ट्रेनिंग लेना शुरु कर दिया लेकिन उनकी किस्मत में मुक्केबाजी नहीं बल्कि वेटलिफ्टिंग में नाम कमाना लिखा था। कुछ समय पहले मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में जेरेमी ने बताया था कि मेरे गांव में एक एकेडमी थी, जहां कोच वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग दे रहे थे। मैंने मेरे दोस्तों को ट्रेनिंग करते हुए देखा और सोचा कि स्ट्रैंथ का खेल है और मुझे भी इसकी आवाश्यकता है। इसके बाद से मैनें मुक्केबाजी छोड़ वेटलिफ्टिंग में कदम रखा। करना शुरु किया। इस तरह 10 साल की उम्र में जेरेमी ने वेट लिफ्टिंग की ट्रेनिंग लेना शुरु कर दी थी।

2011 से बदला करियर, छोटी उम्र में हासिल कीं बड़ी उपलब्धियां

जेरेमी का करियर उस समय बदला जब उनका चयन 2011 में आर्मी इंस्टीट्यूट ट्रायल्स के लिए हुआ और यहीं से जेरेमी की पेशेवर वेटलिफ्टिंग करने की शुरुआत हुई। इसके बाद केवल 14 साल के जेरेमी ने 2016 के विश्व युवा चैंपियनशिप में 56 किग्रा भार वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अपने करियर की शानदार शुरुआत की, फिर 2017 में कॉमनवेल्थ गोल्ड कोस्ट जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया। जेरेमी ने जूनियर एशियन चैंपियनशिप 2018 में ब्रॉन्ज मेडल और कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2021 में पुरुषों के 67 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था।   

इस तरह जमाया कॉमनवेल्थ में गोल्ड पर कब्जा

लालरिननुंगा ने इंग्लैंड के बर्मिंधम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 67 कि.ग्रा. कैटेगरी में 40 कि.ग्रा और क्लीन एंड जर्क राउंड में वजन के साथ कुल कि.ग्रा भार उठाया। उन्होंने पहले राउंड के बाद ही 10 कि.ग्रा की बड़ी बढ़त बना ली थी। 

स्नेच राउंड 

पहला अटेम्प्ट - 136 कि.ग्रा 
दूसरा अटेम्प्ट - 140 कि.ग्रा 

क्लीन एंड जर्क राउंड 

पहला अटेम्प्ट - 154 कि.ग्रा 
दूसरा अटेम्प्ट - 160 कि.ग्रा 

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