गडचिरोली के आदिवासी आश्रम स्कूलों के 1000 स्टूडेंट्स को प्री कैंसर

गडचिरोली के आदिवासी आश्रम स्कूलों के 1000 स्टूडेंट्स को प्री कैंसर

Anita Peddulwar
Update: 2018-12-08 07:21 GMT
गडचिरोली के आदिवासी आश्रम स्कूलों के 1000 स्टूडेंट्स को प्री कैंसर
हाईलाइट
  • आश्रम स्कूलों के 1000 स्टूडेंट्स को प्री कैंसर
  • गड़चिरोली के आदिवासी आश्रम स्कूल का मामला
  • स्क्रीनिंग व उपचार के लिए मिले 81 लाख रुपए

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद गड़चिरोली जिला स्वास्थ्य के मामले में काफी पिछड़ा हुआ है। नागपुर के गवर्नमेंट डेंटल हॉस्पिटल की टीम द्वारा विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग करने पर काफी चौंकाने वाला मामला उजागर हुआ है।  गडचिरोली जिले के आदिवासी आश्रम स्कूलों के 1000 विद्यार्थी प्री कैंसर की चपेट में बताए जा रहे हैं।  इनके उपचार के लिए सॉफ्ट टिशू लेजर इक्विपमेंट की आवश्यकता है, लेकिन डेंटल हॉस्पिटल में यह उपलब्ध नहीं हैं। 10 लाख रुपए के इस उपकरण को खरीदने के लिए डेंटल हॉस्पिटल ने चिकित्सा शिक्षा विभाग (मुंबई) को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है, लेकिन पत्र भेजे दो माह से ज्यादा का समय बीत जाने पर भी अब तक अनुमति नहीं मिल पाई  है। 

स्क्रीनिंग व उपचार के लिए मिले 81 लाख रुपए
 गडचिरोली के आदिवासी आश्रम स्कूलों के विद्यार्थियों के मुंह के कैंसर की जांच आदिवासी विभाग द्वारा कराई गई। नागपुर के शासकीय डेंटल हॉस्पिटल को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। स्क्रीनिंग और उपचार के लिए विभाग की ओर से हॉस्पिटल को 81 लाख रुपए की निधि दी गई है। इस काम को अंजाम देने के लिए डेंटल हॉस्पिटल की 7 सदस्यों की टीम ने संपूर्ण जिले का दौरा कर विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग की। जनवरी से अब तक 7598 विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग करने पर 1000 विद्यार्थियों में प्री-कैंसर पाया गया है। 

हॉफकीन का इसमें भी अड़ंगा
सूत्रों ने बताया कि सॉफ्ट टिशू लेजर इक्विपमेंट की खरीदी के लिए हॉफकीन कंपनी से खरीदी की अनिवार्यता अड़ंगा बनी हुई है। डेंटल हॉस्पिटल द्वारा चिकित्सा शिक्षा विभाग से अनुमति मांगे जाने पर हाफकीन से खरीदी करने की सलाह दी गई है। गौरतलब है कि राज्य में स्वास्थ्य विभाग की ओर औषधि और अन्य सामग्री की खरीदी हॉफकीन से किया जाना अनिवार्य है। जबकि हॉफकीन आपूर्ति करने में असमर्थ साबित हुई है।

शीघ्र किया जाएगा उपचार
प्री कैंसर पीड़ित विद्यार्थियों के उपचार के लिए आवश्यक सॉफ्ट टिशू लेजर इक्विपमेंट खरीदने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग (मुंबई) से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलने पर इक्विपमेंट खरीदकर विद्यार्थियों का उपचार किया जाएगा।  -डॉ. सिंधु गणवीर, अधिष्ठाता, गवर्नमेंट  डेंटल हॉस्पिटल, नागपुर

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