रबी फसल की बोनी के लिये किसानों को समसामयिक सलाह!
समसामयिक सलाह रबी फसल की बोनी के लिये किसानों को समसामयिक सलाह!
डिजिटल डेस्क | जबलपुर जिले के जलवायु परिस्थितियों में कृषक अधिक से अधिक फसल उत्पादन प्राप्त करें। इसलिये कृषि विभाग ने कृषकों के लिये समसामयिक सलाह दी है। जबलपुर जिले की औसत वर्षा 1178.6 मि.मी. है। वर्तमान में जिले के किसान रबी फसलों की बोनी की तैयारी में लगे हैं। जिले में 01 अक्टूबर तक 725.1 मि.मी. वर्षा रिकार्ड हुई है। जो गत वर्ष की इसी समय तक हुई वास्तविक वर्षा 1035.7 मि.मी. से 310.6 मि.मी. कम है। जबलपुर जिले की औसत सामान्य वर्षा की तुलना में केवल 61.5 प्रतिशत वर्षा हुई है।
ऐसी स्थिति में जल संसाधन विभाग के द्वारा जलाशयों में भी कम पानी उपलब्ध होने की सूचना दी गई है। कम भराव के उपरान्त भी पर्याप्त फसल उत्पादन लिया जा सके। ऐसी स्थिति में कृषकों को सलाह दी जाती है कि, वे गेहूं की तुलना में अधिकांशतः दलहनी, तिलहनी फसलों की उन किस्मों का चयन करें। जिनमें सिंचाई की कम आवश्यकता होती है। गेहूं की वो ही किस्में लें जो अल्प सिंचित अवस्था में अधिक उत्पादन दें। कम सिंचाई एवं कम उर्वरक उपयोग से एक ओर जहां कृषकों की कृषि लागत घटेगी तो वहीं दूसरी ओर कम श्रम से अधिक उत्पादन भी प्राप्त होगा।
कृषक वर्तमान परिस्थितियों में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से परामर्श प्राप्त कर मिट्टी परीक्षण अनुशंसा एवं स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार इन फसल किस्मों का चयन कर उत्पादन लाभ ले सकते हैं। जैसे – गेहूँ (असिंचित) के लिये जे.डब्ल्यू.-3020, जे.डब्ल्यू.-3173, जे.डब्ल्यू.-3288, जे.डब्ल्यू.-17, जे.डब्ल्यू.-3269, एचआई-1500 तथा चना की जे.जी.-12, जे.जी.-24, जे.जी.-36, जे.जी.-11, जे.जी.-130 किस्म और मसूर की जे.एल.-03, जे.एल.-4076, आई.पी.एल.-406, आई.पी.एल.-81, आई.पी.एल.-316 तथा अलसी की जे.एल.एस.-66, जे.एल.एस.-67, जे.एल.एस.-73 और सरसो की पूसा-तारक, पूसा-जगन्नाथ, पूसा-जय किसान, पूसा-स्वर्णिम, पूसा आर.बी.एम.-2 किस्में उपयुक्त रहेंगी।