छिन्दवाड़ा - किसानों को खरीफ फसलों के लिये सामान्य सलाह

छिन्दवाड़ा - किसानों को खरीफ फसलों के लिये सामान्य सलाह

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-07-23 12:45 GMT
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डिजिटल डेस्क, छिन्दवाड़ा । छिन्दवाड़ा भारत सरकार के भारतीय मौसम विभाग पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय से संबध्द आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र छिन्दवाड़ा द्वारा किसानों को खरीफ फसलों के लिये सामान्य सलाह दी गई है कि वर्तमान और आगामी दिनों में वर्षा की स्थिति को देखते हुये दलहनी, तिलहनी और सब्जियों वाली फसल में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार घने बादल और हल्की वर्षा की संभावना को देखते हुये खेतों में नींदानाशक दवाओं और नत्रजनयुक्त उर्वरकों का उपयोग मौसम खुलने तक नहीं करें। इसी प्रकार किसानों को सलाह दी गई है कि मक्का की 18 से 21 दिन की खड़ी फसल में घांस कुल और चौडी पत्ती वाले खरपतवारों के नियंत्रण के लिये टेंबोट्राईऑन 42 प्रतिशत एस.सी. (लाऊडिस) दवा का 115 मिलीलीटर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। मक्का की खड़ी फसलों में नाइट्रोजनधारी उर्वरकों का प्रयोग करें। मक्का की 25 दिन की फसलों में फॉलआर्मी वर्म्र की रोकथाम के लिये खेतों में पक्षियों के बैठने के लिये टी आकार की 100 खूंटिया प्रति एकड की दर से लगाये। पोंगलियों में राख, लकडी का बुरादा या बारीक रेत डालें। 50 हजार प्रति एकड की दर से ट्राइकोडर्मा प्रोटियम या टेलेनोमस रेमस किट को छोड़े। साथ ही 5 प्रतिशत नीम के बीज की खली या अजेडारिकटिन 1500 पीपीएम@5एम.एल. प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें।

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