गिरावट पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 100 अंक लुढ़का, निफ्टी भी फिसला

Closing bell: Sensex fell by 100 points, Nifty also slipped
गिरावट पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 100 अंक लुढ़का, निफ्टी भी फिसला
क्लोजिंग बेल गिरावट पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 100 अंक लुढ़का, निफ्टी भी फिसला

डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन (05 जुलाई 2022, मंगलवार) गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 100.42 अंक यानी कि 0.19% नीचे 53,134.35 के स्तर पर बंद हुआ।

वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 24.50 अंक यानी कि 0.15% की गिरावट के साथ 15,810.85 के स्तर पर बंद हुआ।

जबकि बैंक निफ्टी में 125 अंक की हानि रही एवं इसने 33815.90 पर सत्र की समाप्ति दी। रुपया ने कल के 78.95 के स्तर की तुलना आज डॉलर के मुकाबले नया नीचा स्तर 79.37 बनाया। इसने भी बाजार की भावना नकारात्मक करने में बड़ी भूमिका निभाई। क्षेत्र विशेष में आईटी, ऑटो तथा मीडिया में बिकवाली का दबाव दिखा जबकि एनर्जी, फार्म एवं मेटल में खरीदारी दिखी। निफ्टी के शेयरों में हिंडाल्को, अपोलो हॉस्पिटल, श्री सीमेंट, सन फार्म तथा पावर ग्रिड में सर्वाधिक बढ़त रही जबकि आईटीसी, एचडीएफसी लाइफ, विप्रो तथा ब्रिटानिया सबसे अधिक हानि में रहे।

तकनीकी आधार पर ,निफ्टी में राइजिंग वेज फार्मेशन की ऊपरी सीमा छू वहां से बिकवाली का दबाव देखा है जो दुर्बलता का संकेत है। इसके अतिरिक्त निफ्टी ने दैनिक चार्ट पर बियरिश कैंडल बनाया है जो मंडी के रुख का संकेत है। निफ्टी ने 200 एचएमए पर दबाव देखा है एवं इसके नीचे बंदी दी है जो आनेवाले सत्र में दुर्बलता का ही संकेत है। निफ्टी का सपोर्ट 15650 है जबकि 16000 एक तात्कालिक अवरोध है। 16000 के ऊपर बंदी होने पर ही अच्छी तेजी का रुख बन सकता है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 33400 है जबकि 34500 अवरोध है।

वैश्विक बाजारों में दुर्बलता के कारण भी आज भारतीय बाजार में तेजी का रुख टिक नही पाया। कुल मिला कर बाजार नीचे का रुख दिखा सकते हैं,15650 टूटने पर अधिक बिकवाली दिख सकती है। 16000 एक बड़ा अवरोध है। वैश्विक बाजारों से सहयोग मिलने पर भारतीय बाजार वर्तमान स्तरों से अच्छी तेजी दिखा सकते हैं परन्तु ऊंचे क्रूड मूल्य तथा बढ़ती ब्याज दरों के कारण बड़ी उछालों पर बेचना ही श्रेयष्कर है।

पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग

Source: Choice India

Created On :   5 July 2022 10:16 AM GMT

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