देसी बीजों का संरक्षण जरूरी : कृषि मंत्री
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि गुणवत्तापूर्ण प्राचीन फसलों के बीजों का संरक्षण व संवर्धन जरूरी है क्योंकि ये धरोहर है।
उन्होंने कहा, प्राचीन परंपरा हो या बीज हों उनका संरक्षण व विकास आवश्यक है, क्योंकि यह हमारी धरोहर है। हमें इसको संरक्षित करना है और इसका मूल्यवर्धन हो सके इस दिशा में हमें सोचना है।
कृषि मंत्री तोमर यहां भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, पूसा में आयोजित पादप जीनोम संरक्षक पुरस्कार-2019 वितरण समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा, लोगों को लगता है कि नए आविष्कार से ज्यादा मुनाफा व नाम कमाया जा सकता है इसलिए प्राचीन धरोहरों को संजोने की दिशा में लोग नहीं सोच पाते हैं। लेकिन प्राचीन बीज का सरंक्षण और विकास बहुत जरूरी है। लिहाजा इस दिशा में लोगों को सोचने की जरूरत है।
पादप जीनोम पुरस्कार के तहत विजेता को 10 लाख रुपये नकद और प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है।
इस मौके पर उन्होंने परंपरागत रूप से जिन फसलों की खेती अब कम होने लगी है उनके बीजों को संजो कर रखने वाले देशभर से आए किसान समूहों को पादप जीनोम संरक्षक पुरस्कार प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, कैलाश चौधरी, सचिव संजय अग्रवाल, आईसीएआर के महानिदेश त्रिलोचन महापात्र समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री ने यहां कृषि-जैवविविधता पर एक प्रदर्शनी उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में कश्मीर के चावल से लेकर केरल की रागी तक विभिन्न फसलों व बागवानी उत्पादों की दुर्भल किस्में प्रदर्शित की गई थीं।
Created On :   23 Oct 2019 12:00 AM IST