भारत ने वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में चालू खाता अधिशेष दर्ज किया
मुंबई, 30 जून (आईएएनएस)। भारत ने निम्न व्यापार घाटे के साथ ही उच्च विप्रेषण (रेमिटेंसेस) और निवेश प्रवाह में वृद्धि की बदौलत वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में चालू खाता में एक मार्जिनल अधिशेष दर्ज किया। यह जानकारी आधिकारिक आंकड़े से मंगलवार को सामने आई है।
भारत के चालू खाता बैलैंस में वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में 0.6 अरब डॉलर (जीडीपी का 0.1 प्रतिशत) का एक मार्जिनल अधिशेष दर्ज किया गया, जबकि 2018-19 की चौथी तिमाही में 4.6 अरब डॉलर(जीडीपी का 0.7 प्रतिशत) का घाटा दर्ज किया गया था।
क्रमिक आधार पर देश ने वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही में 2.6 (जीडीपी का 0.4 प्रतिशत) अरब डॉलर का घाटा दर्ज किया था।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एक बयान में कहा, वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में चालू खाते में अधिशेष के पीछे के कारणों में प्राथमिक तौर पर 35 अरब डॉलर का निम्न व्यापार घाटा और पिछले साल की समान अवधि की तुलना में शुद्ध अदृश्य प्राप्तियों में तीव्र वृद्धि के साथ उसका 35.6 अरब डॉलर पर होना शामिल रहे हैं।
Created On :   30 Jun 2020 11:30 PM IST