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दैनिक भास्कर हिंदी: इंफोसिस के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर एम डी रंगनाथ ने दिया इस्तीफा

हाईलाइट
- इंफोसिस के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर रंगनाथ ने इस्तीफा दे दिया है।
- एम डी रंगनाथ ने नए प्रोफेशनल ऑपरचुनिटी को पूरा करने के लिए यह कदम उठाया है।
- वह 16 नवंबर तक इस पद पर बने रहेंगे।
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। इंफोसिस लिमिटेड ने शनिवार को अपने चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) एम डी रंगनाथ के इस्तीफा दिए जाने की घोषणा की। इसके बाद इंफोसिस बोर्ड ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। बोर्ड के मुताबिक एम डी रंगनाथ ने नए प्रोफेशनल ऑपरचुनिटी को पूरा करने के लिए यह कदम उठाया है। हालांकि वह 16 नवंबर तक इस पद पर बने रहेंगे।
रंगनाथ ने अपने इस आश्चर्यजनक निर्णय पर एक बयान भी दिया। उन्होंने कहा, 'मैंने इंफोसिस में विभिन्न पदों पर काम किया है। पिछले तीन वर्षों में मैं CFO भी रहा। इंफोसिस में 18 साल गुजारने के बाद अब मैं नए अवसरों पर भी ध्यान देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि पिछले तीन वर्षों में उन्होंने और उनकी टीम ने कंपनी के लिए बेहतरीन परिणाम दिए हैं। फाइनेंशियल रिपोर्टिंग में भी उनकी टीम ने अच्छे रिजल्ट दिए। उन्होंने कंपनी के साथ मिलकर एक वर्ल्डक्लास टीम का निर्माण किया और कंपनी को दूसरे कंपनियों की तुलना में और मजबूत बनाया।'
इंफोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने उनके इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मैंने रंगनाथ के साथ 15 वर्षों तक काम किया है। वह स्पष्ट रूप से देश में सबसे अच्छे CFO में से एक है। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कठिन निर्णय लेने की उनकी क्षमता काबिले तारीफ है। उनकी फाइनेंशियल एक्सपरटाइज और स्ट्रांग वेल्यू सिस्टम हमेशा उन्हें एक आदर्श लीडर बनाती है। इंफोसिस के बारे में उन्हें सब पता है और वह इस कंपनी की भलाई के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उनका इंफोसिस को छोड़ कर जाना, कंपनी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। मैं उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।"
वहीं कंपनी के CEO सलील पारेख ने कहा कि रंगनाथ ने कंपनी के लिए कई अहम भूमिकाएं निभाई हैं। पारेख ने कहा, 'मैं उनके स्थायी योगदान के लिए उनका धन्यवाद करता हूं और उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।' रंगनाथ इंफोसिस में अपने कार्यकाल के दौरान लीडरशिप टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने कन्सलटिंग, फाइनेंस, स्ट्रैटजी और रिस्क मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में बोर्ड के साथ मिलकर काम किया है।
इंफोसिस ने एक बयान में कहा है कि बोर्ड ने रंगनाथ के उत्तराधिकारी की तलाश शुरु कर दी है। वहीं सूत्रों के अनुसार डिप्टी CFO जयेश संघराज, रंगनाथ की जगह ले सकते हैं। दिलचस्प बात यह है कि इंफोसिस पिछले एक साल से काफी उथल-पुथल की स्थिति से गुजर रही है। कंपनी के पूर्व CEO विशाल सिक्का ने भी ठीक एक साल पहले कंपनी से इस्तीफा दिया था। सिक्का के जाने के बाद, बोर्ड के पूर्व इंडिपेंडेंट डायरेक्टर R Seshaayee सहित बोर्ड के कई सदस्यों ने कंपनी छोड़ दिया था। इसीलिए रंगनाथ का इस्तीफा हर किसी के लिए आश्चर्य का विषय बना हुआ है।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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