भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए बाजार हिस्सेदारी का लक्ष्य जल्द होगा तय

Market share target for Indian space sector will be fixed soon
भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए बाजार हिस्सेदारी का लक्ष्य जल्द होगा तय
पवन कुमार गोयनका का बयान भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए बाजार हिस्सेदारी का लक्ष्य जल्द होगा तय
हाईलाइट
  • भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए बाजार हिस्सेदारी का लक्ष्य जल्द होगा तय

डिजिटल डेस्क, चेन्नई। इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर (आईएन-स्पेस) के मनोनीत अध्यक्ष पवन कुमार गोयनका ने सोमवार को कहा कि वह जल्द ही वैश्विक अंतरिक्ष बाजार में भारतीय निजी खिलाड़ियों की हिस्सेदारी के लिए एक लक्ष्य तय करेंगे और कॉरपोरेट में लाएंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि निजी क्षेत्र के लिए नियामक मंजूरी जारी करना उनकी प्राथमिकता होगी।

इन-स्पेस भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी खिलाड़ियों के लिए नियामक है और गोयनका को इसके अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया है।

गोयनका ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष सम्मेलन और प्रदर्शनी में अपने संबोधन में, भारत में नए स्थान का निर्माण विषय पर कहा, वैश्विक अंतरिक्ष क्षेत्र का बाजार लगभग 440 बिलियन डॉलर और भारत का हिस्सा दो प्रतिशत से भी कम है।

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वह वैश्विक अंतरिक्ष बाजार में भारत की हिस्सेदारी का लक्ष्य तय करेंगे और उस दिशा में काम करेंगे।

महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के पूर्व प्रबंध निदेशक गोयनका ने कहा कि कॉपोर्रेट जगत में एक रणनीति परिभाषित की जाएगी, बाजार हिस्सेदारी का लक्ष्य तय किया जाएगा और इसे हासिल करने की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी। निजी अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए भी ऐसा ही मॉडल लागू किया जाएगा।

आने वाले दिनों में गोयनका ने कहा कि वह लक्ष्य तय करेंगे, समयसीमा तय करेंगे और उसे हासिल करने के लिए कार्य योजना बनाएंगे।

उनके अनुसार, निजी क्षेत्र के स्टार्ट-अप द्वारा कुल निवेश केवल 21 मिलियन डॉलर है जबकि वैश्विक स्तर पर आपूर्तिकर्ताओं के लिए अवसर बहुत बड़ा है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित लिथियम आयन बैटरी जैसे उत्पादों का हवाला देते हुए गोयनका ने कहा कि वह उस तकनीक को ऑटोमोबाइल क्षेत्र में फैलाने पर विचार करेंगे।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के. सिवन ने कहा, निजी अंतरिक्ष क्षेत्र की कंपनियों के 40 से अधिक प्रस्ताव आए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

 

आईएएनएस

Created On :   13 Sep 2021 2:30 PM GMT

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