खुदरा महंगाई दर पहुंची 3 साल के उच्चतम स्तर पर, बढ़कर हुई 4.62%

November retail inflation reaches 5.54%, at 3-year high
खुदरा महंगाई दर पहुंची 3 साल के उच्चतम स्तर पर, बढ़कर हुई 4.62%
खुदरा महंगाई दर पहुंची 3 साल के उच्चतम स्तर पर, बढ़कर हुई 4.62%

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। खुदरा महंगाई दर के नवंबर माह के आंकड़े गुरुवार को जारी किए गए। फूड आइटमों के दामों में हुई बढ़ोतरी के चलते महंगाई दर 3 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। उपभोक्‍ता मूल्‍य सूचकांक (CPI) आधारित महंगाई दर नवंबर 2019 में बढ़कर 5.54% हो गई। अक्टूबर महीने में यह 4.62 प्रतिशत थी। जबकि पिछले साल नवंबर में यह 2.33% थी। जुलाई 2016 खुदरा महंगाई दर 6.07% रही थी। सेंट्रल स्टेटस्टिक्स ऑफिस (CSO) ने ये आंकड़े जारी किए हैं।

सेंट्रल स्टेटस्टिक्स ऑफिस आंकड़ों के मुताबिक कंज्यूमर फूड प्राइज इंफ्लेशन अक्टूबर के 7.89% के मुकाबले बढ़कर 10.01% पर पहुंच गई। सब्जियों की महंगाई दर 26% से बढ़कर 36% हो गई। दालों की महंगाई दर 11.72% के मुकाबले बढ़कर 13.94% हो गई। अनाज की महंगाई दर अक्टूबर के 2.16% के मुकाबले बढ़कर 3.71% पर पहुंच गई है। ईंधन और बिजली की महंगाई दर अक्टूबर के -2.02% के मुकाबले बढ़कर -1.93% हो गई।

कपड़ों और जूतों की महंगाई में थोड़ी गिरावट देखी गई है। अक्टूबर के 1.65% की तुलना में सितंबर में कपड़ों और जूतों की महंगाई दर घटकर 1.30% हो गई। जबकि हाउसिंग इंफ्लेशन अक्टूबर में 4.58% थी जो नवंबर में घटकर 4.49% पर पहुंच गई। सरकार ने खुदरा महंगाई पर काबू पाने के लिए एक मीडियम टर्म इनफ्लेशन टारगेट तय किया है। इसके तहत मार्च 2021 तक महंगाई दर की ग्रोथ को 4 फीसदी बनाए रखने की कोशिश की जाएगी। हालांकि महंगाई दर आरबीआई के टारगेट को पार कर गई है।

क्या होता है CPI इंडेक्स?
CPI यानि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक। यह रिटेल महंगाई का इंडेक्स है। रिटेल महंगाई वह दर है, जो जनता को सीधे तौर पर प्रभावित करती है। यह खुदरा कीमतों के आधार पर तय की जाती है। भारत में खुदरा महंगाई दर में खाद्य पदार्थों की हिस्सेदारी की करीब 45% है। दुनिया भर में ज्यादातर देशों में खुदरा महंगाई के आधार पर ही मौद्रिक नीतियां बनाई जाती हैं।

Created On :   12 Dec 2019 12:54 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story