अब VISA केड्रिट कार्ड होल्डर PAYTM के माध्यम से भी कर सकेंगे बिल का भुगतान

- अब आप वीजा क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान मोबाइल वॉलेट पेटीएम के जरिए भी कर सकेंगे।
- पेटीएम के सीईओ किरण रेड्डी ने इस साझेदारी पर कहा
- इससे भारत के लाखों क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को फायदा मिलेगा।
- पेटीएम ने शुक्रवार को वीजा (वैश्विक भुगतान प्रौद्योगिकी कंपनी) के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अब आप VISA क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान मोबाइल वॉलेट PAYTM के जरिए भी कर सकेंगे। PAYTM ने शुक्रवार को VISA (वैश्विक भुगतान प्रौद्योगिकी कंपनी) के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा की है। कंपनी ने एक ब्लॉग स्पॉट में कहा, "UPI, नेट बैंकिंग और डेबिट कार्ड समेत अपनी पसंदीदा भुगतान विधि का उपयोग करके VISA क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ता कहीं से भी अपने महीने के बिलों का भुगतान कर सकते हैं।"
PAYTM के सीईओ किरण वासु रेड्डी ने इस साझेदारी पर खुशी जताते हुए कहा, इससे भारत के लाखों क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को फायदा मिलेगा। ये नए भुगतान मोड वीज़ा क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को बड़ी सुविधा प्रदान करने में काफी लंबा सफर तय करेंगे, क्योंकि अब वे अपने महीने के बिल का PAYTM ऐप के जरिए भुगतान कर सकते हैं। कंपनी के लक्ष्य के बारे में बताते हुए रेड्डी ने कहा, इस वित्तीय वर्ष में 2 मिलियन से ज्यादा क्रेडिट कार्ड बिल भुगतानों को क्लियर करने का लक्ष्य कंपनी ने बनाया है।
बता दें कि हाल ही में दुनिया के सबसे बड़े निवेशक वॉरेन बफेट ने PAYTM की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड में निवेश किया है। जानकार बर्कशायर हैथवे के इस निवेश को रेयर डील बता रहे हैं क्योंकि आम तौर पर वॉरेन बफेट इंटरनेट से जुड़ी फर्म्स से दूर रहते हैं। PAYTM सीईओ विजय शेखर शर्मा ने इस डील के बाद कहा था कि बर्कशायर का फाइनेंशियल सर्विसेज में अमुभव और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट 50 करोड़ भारतीयों को वित्तीय समावेश के जरिए मेनस्ट्रीम इकोनॉमी में लाने की PAYTM की जर्नी में एक बड़ा फायदा होगा।
PAYTM में चीन के अलीबाबा ग्रुप और जापान के सॉफ्टबैंक की भी हिस्सेदारी है। एक अनुमान के मुताबिक भारत का डिजिटल पेमेंट मार्केट 2023 तक 70 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा जो कि फिलहाल 14 लाख करोड़ रुपये है। यहीं वजह है कि विदेशी निवेशकों की भारत में निवेश को लेकर दिलचस्पी बढ़ी है। पहले से मौजूद कंपनियां अपने आप को बेहतर करने में जुटी हैं, वहीं कुछ कंपनियां नई प्लानिंग भी बना रही हैं।
Created On :   7 Sept 2018 11:36 PM IST