रेलवे के इस तकनीक से अब जल्दी और अधिक संख्या में बुक होंगे तत्काल टिकट

Railways Roots Out Illegal Software, More Tatkal Tickets For Passengers Now
रेलवे के इस तकनीक से अब जल्दी और अधिक संख्या में बुक होंगे तत्काल टिकट
रेलवे के इस तकनीक से अब जल्दी और अधिक संख्या में बुक होंगे तत्काल टिकट
हाईलाइट
  • पिछले दो महीनों में आरपीएफ ने लगभग 60 अवैध एजेंटों को पकड़ा
  • रेलवे के इस कदम से अब यात्रियों के लिए अधिक संख्या में तत्काल टिकट उपलब्ध हो सकेंगे
  • रेलवे ने अवैध सॉफ्टवेयरों का सफाया करते हुए 60 एजेंटों को गिरफ्तार किया है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यात्री अब पहले से जल्दी और ज्यादा संख्या में तत्काल टिकट बुक कर पाएंगे। दरअसल, रेलवे ने अवैध सॉफ्टवेयरों का सफाया करते हुए 60 एजेंटों को गिरफ्तार किया है जो ऐसे तरीकों से टिकटों की बुकिंग कर लेते थे। रेलवे के इस कदम से अब यात्रियों के लिए अधिक संख्या में तत्काल टिकट उपलब्ध हो सकेंगे। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के महानिदेशक अरुण कुमार ने कहा कि सफाई अभियान का अर्थ है कि यात्रियों के लिए अब तत्काल टिकट घंटों तक उपलब्ध होंगे जबकि पहले बुकिंग खुलने के बाद एक या दो मिनट पहले तक ही उपलब्ध होते थे। 

अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि एएनएमएस, मैक और जगुआर जैसे अवैध सॉफ्टवेयर आईआरसीटीसी के लॉगिन कैप्चा, बुकिंग कैप्चा और बैंक ओटीपी की बाईपास करते वास्तविक ग्राहक को इन सभी प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। उन्होंने बताया कि एक सामान्य ग्राहक के लिए बुकिंग प्रक्रिया में आमतौर पर लगभग 2.55 मिनट लगते हैं, लेकिन ऐसे सॉफ्टवेयरों का उपयोग करने वाले इसे लगभग 1.48 मिनट में पूरी कर लेते। 

रेलवे एजेंटों को तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति नहीं देता और पिछले दो महीनों में आरपीएफ ने लगभग 60 अवैध एजेंटों को पकड़ा जो इन सॉफ्टवेयरों के जरिए टिकट बुक कर रहे थे। ऐसे में अन्य लोगों के लिए तत्काल टिकट प्राप्त करना वस्तुत: असंभव हो गया। कुमार ने कहा कि इन गिरफ्तारियों के साथ ही अधिकतर अवैध सॉफ्टवेयरों को ब्लॉक कर दिया गया है जो सालाना 50 करोड़ -100 करोड़ रुपये का कारोबार करते थे।

Created On :   18 Feb 2020 3:22 PM GMT

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