एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर

Retail investors stake in NSE listed companies at all-time high
एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर
बयान एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर
हाईलाइट
  • एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर

डिजिटल डेस्क, नयी दिल्ली। एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी 31 मार्च को सर्वकालिक उच्चतम स्तर 7.42 प्रतिशत पर पहुंची है। प्राइमइंफोबेस के अनुसार, गत साल 31 दिसंबर को यह हिस्सेदारी 7.33 प्रतिशत थी। प्राइमइंफोबेस प्राइम डाटाबेस ग्रुप की एक पहल है।

प्राइम डाटाबेस ग्रुप के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया ने कहा कि इस दौरान एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में खुदरा निवेशकों की होल्डिंग भी 31 दिसंबर 2021 के 19.05 लाख करोड़ रुपये से 0.56 प्रतिशत बढ़कर 19.16 लाख करोड़ रुपये की हो गई।

इस अवधि में सेंसेक्स 0.54 प्रतिशत तथा निफ्टी में 0.63 प्रतिशत की तेजी देखी गई है। एनएसई की कंपनियों में उच्च नेटवर्थ वाले व्यक्तियों यानी हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (एचएनआई) की हिस्सेदारी 31 दिसंबर 2021 के 2.28 प्रतिशत से घटकर 31 मार्च 2022 को 2.21 प्रतिशत रह गई है। हालांकि इस गिरावट के बावजूद एचएनआई और खुदरा निवेशकों की सम्मिलित हिस्सेदारी 9.64 प्रतिशत के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।

हल्दिया ने कहा कि गत वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 1.10 लाख करोड़ रुपये की पूंजी निकाली जिससे उनकी बाजार हिस्सेदारी नौ साल के निचले स्तर 20.15 प्रतिशत पर आ गई। तिमाही की शुरूआत में उनकी बाजार हिस्सेदारी 20.71 प्रतिशत थी।

एफपीआई ने आलोच्य तिमाही के दौरान वित्तीय सेवा प्रदाताओं तथा सॉफ्टवेयर कंपनियों से 69,370 करोड़ रुपये की निकासी की, जबकि उन्होंने धातु, खनन, फूड एंड बेवरेज तथा तंबाकू कंपनियों में 13,450 करोड़ रुपये का निवेश किया। एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में एफपीआई की होल्डिंग 31 दिसंबर 2021 के 53.80 लाख करोड़ रुपये से 3.36 प्रतिशत घटकर 51.99 लाख करोड़ रुपये रह गई है।

आलोच्य तिमाही के दौरान एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में घरेलू म्यचुअल फंड की हिस्सेदारी आलोच्य तिमाही की शुरूआत में 7.46 प्रतिशत थी, जो तिमाही के अंत तक 7.75 प्रतिशत पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2020 की अंतिम तिमाही में इन कंपनियों की हिस्सेदारी 7.96 प्रतिशत थी लेकिन यह उसके बाद लगातार गिरते हुये 30 जून 2021 को 7.24 प्रतिशत पर आ गई थी।

कंपनियों में इनकी होल्डिंग 31 दिसंबर 2021 के 19.39 लाख करोड़ रुपये से तीन फीसदी से अधिक की तेजी के साथ सर्वकालिक उच्चतम स्तर 19.99 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई। घरेलू म्युचुअल फंड कंपनियों, एचएनआई और खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी संयुक्त रूप से 31 मार्च 2022 को रिकॉर्ड स्तर 17.38 प्रतिशत पर पहुंच गई। तिमाही की शुरूआत के समय यह आंकड़ा 17.08 प्रतिशत रहा था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस (IANS) न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   4 May 2022 2:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story