ट्रांसशिपमेंट से भारत व हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी : बांग्लादेशी बंदरगाह अधिकारी

Transhipment will strengthen India and our economy: Bangladeshi Port Officer
ट्रांसशिपमेंट से भारत व हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी : बांग्लादेशी बंदरगाह अधिकारी
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हाईलाइट
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ढाका, 22 जुलाई (आईएएनएस)। समुद्री मार्ग से भारत के आठ पूर्वोत्तर राज्यों में माल भेजने का ट्रायल मंगलवार को शुरू हो गया। इससे पहले इस क्षेत्र के लिए चार कंटेनर बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पर एक व्यापारी जहाज से उतारे गए।

चटोग्राम पोर्ट के चेयरमैन रियल एडमिरल एस.एम. अबुल कलाम आजाद ने आईएएनएस से एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि इससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। अगर भारत के पूर्वोत्तर राज्य आर्थिक रूप से विकसित होंगे तो निश्चित रूप से बांग्लादेश भी विकसित होगा।

भारत से आए माल की ढुलाई का पहला परीक्षण चटोग्राम बंदरगाह से पूर्वोत्तर भारत के राज्यों को होने पर उन्होंने कहा, यह वास्तव में एक बहुत अच्छी शुरुआत है। मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत खुश हूं। दरअसल, हम अपनी प्रधानमंत्री शेख हसीना की गुड नेबरहुड पॉलिसी का पालन करते हुए बहुत खुश हैं। वह हमेशा अच्छे पड़ोसियों के साथ अच्छी दोस्ती के जरिए अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए कहतीं हैं। यही मुख्य भावना है।

यह पूछने पर कि एक पोर्ट हैंडलिंग विशेषज्ञ के रूप में क्या उन्हें नहीं लगता कि भारत के साथ इस व्यापार को करने में देर हुई है और बांग्लादेश के माध्यम से भारत के ट्रांसशिपमेंट के बारे में उनकी क्या अपेक्षा है, उन्होंने कहा, वास्तव में, हमें देर हो गई है। मुझे लगता है कि हम कनेक्टिविटी में बहुत पीछे हैं। लेकिन देर आए दुरुस्त आए। हमने पहले ही शुरू कर दिया है। समग्र रूप से कारण यह है कि हमारी पीएम शेख हसीना ने अपने क्षेत्र को समृद्ध बनाने के लिए हमारे अच्छे पड़ोसी भारत के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की इच्छा व्यक्त की है। मुझे उम्मीद है कि दोनों पड़ोसी देशों की अर्थव्यवस्था वास्तव में विकसित होंगी।

बांग्लादेश में यह बात मीडिया में आई है कि भारतीय जहाजों को चटगांव बंदरगाह पर प्राथमिकता दी जाएगी। भारत विरोधी तत्व इसे उठा रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर आजाद ने कहा, जिन लोगों ने इस मुद्दे को छापा, वे गलत हैं। यह भ्रामक खबर है। समझौते के अनुसार, भारतीय जहाजों को अन्य सभी कार्गो की तरह ही संभाला जाना है, चाहे वह घरेलू हो या विदेशी। हालांकि, भारत से ऐसे अनुरोध मिले हैं कि अगर संभव हो तो उनके जहाजों को प्राथमिकता मिले। लेकिन, यह अनिवार्य नहीं है।

शिपमेंट परीक्षण सुरक्षित रहने और अपेक्षानुसार होने पर इसके आगे भी जारी रहने की उम्मीद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, हम आशावादी हैं और निश्चित रूप से, मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत आशावादी हूं।

चटोग्राम पोर्ट के चेयरमैन ने कहा, इस तरह का निर्णय बांग्लादेश और भारत दोनों द्वारा एक विस्तृत और लंबे विश्लेषण के बाद किया गया है। ट्रांजिट और ट्रांसशिपमेंट, ये दो शब्द संभावनाओं और विकास के बारे में बात करते हैं; कनेक्टिविटी के बारे में बात करते हैं।

आजाद ने कहा, प्रधानमंत्री ने हमारी अर्थव्यवस्था को समृद्ध बनाने के लिए हमारी विदेश नीति को प्रत्येक पड़ोसी के साथ बहुत सकारात्मक बनाया है। वह हमेशा अच्छे पड़ोस का सम्मान करती हैं, अधिकारियों से पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए कहती हैं।

उन्होंने कहा, समग्र रूप से हमारी विदेश नीति सभी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की है। किसी भी देश के लिए आर्थिक प्रगति के लिए अच्छा पड़ोस आवश्यक है। निश्चित रूप से, हम लाभार्थी होंगे यदि भारत के साथ हमारा व्यापार आगे विकसित होगा। और, यह अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने के लिए बुनियादी रणनीतिक नीति है।

Created On :   22 July 2020 12:30 PM GMT

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