नकली चिकित्सा उत्पादों को लेकर चेताया
नई दिल्ली, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। फिक्की की तरफ से नकली उत्पादों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए गठित कासकेड (कमेटी एगेंस्ट स्मगलिंग एंड काउंटरफीटिंग एक्टीविटीज डिस्ट्रॉइंग द इकोनोमी) और ट्रांसनेशनल एलायंस टू कॉम्बैट इलिसिट ट्रेड (ट्रासिट) ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर नकली व घटिया मेडिकल व अन्य उत्पादों के लिए उपभोक्ताओं को चेताया है।
फिक्की कासकेड के चेयरमैन अनिल राजपूत ने कहा है कि कोरोनावायरस ने जिस तरह की चुनौती देश व समाज के सामने पेश की है, उससे प्रमुखता के साथ निपटने की जरूरत है। अवैध उत्पाद न सिर्फ आर्थिक तौर पर नुकसानदायक है, बल्कि यह कोरोना को समाप्त करने के अभियान को भारी नुकसान पहुंचा सकता है।
राजपूत ने कहा, इस अभूतपूर्व संकट के समय अवैध सामानों की बिक्री पर अंकुश लगाने पर तत्काल और अटूट ध्यान की जरूरत है। यह सर्वविदित है कि अवैध व्यापार बेरोजगारी को बढ़ाता है, अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाता है और स्वास्थ्य के साथ ही लोगों की सुरक्षा को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचाता है। वर्तमान स्थिति की बात करें तो हम पहले से ही एक गंभीर सामाजिक-आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में नकली और तस्करी के सामानों की बिक्री समस्या को और बढ़ा देगी।
फिक्की कासकेड ने कहा है कि महामारी की आड़ में मची अफरा-तफरी में आपराधिक प्रवृति के लोगों को मुनाफा कमाने से बचाने के लिए कठोर कार्रवाई करने की जरुरत है।
फिक्की कासकेड ने अंतरराष्ट्रीय अभियान चलाने वाली एजेंसी ट्रासिट के साथ मिलकर बयान जारी करते हुए बताया कि सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में महामारी से उपजे भय को भुनाने के लिए नकली चिकित्सा उपकरण व सामान बनाए जा रहे हैं, जिससे बचने की जरूरत है।
ट्रासिट के महानिदेशक जेफरी हार्डी ने कहा, कोविड-19 वायरस से लोगों की रक्षा के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया उपायों में नकली और घटिया मेडिकल उत्पादों और दवाओं से बचने की तत्काल आवश्यकता भी शामिल की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर किसी ने घटिया किस्म का सर्जिकल फेस मास्क पहन रखा है, तो यह उस व्यक्ति के लिए न केवल जोखिम भरा है, बल्कि सुरक्षा की झूठी भावना भी पैदा करता है।
पिछले दिनों में उत्तर प्रदेश पुलिस सहित देश के विभिन्न स्थानों पर नकली हैंड सैनेटाइजर बनाने वाली कंपनी का भंडाफोड़ हो चुका है। नोएडा में पुलिस ने हाल ही ऐसी घटना को उजागर किया था, जिसके पास निर्माण को लेकर कोई लाइसेंस भी नहीं था। वहीं देश के अन्य कई हिस्सों से नकली मास्क, सैनेटाइजर समेत दूसरे स्वास्थ्य से जुड़े नकदी उत्पादों की बिक्री की खबरें सामने आ रही है।
इस समस्या को बढ़ते देख फिक्की कासकेड व ट्रासिट ने चिंता व्यक्त करते हुए इस महामारी के समय नकली, मिथ्या और घटिया उत्पादों व दवाओं के अवैध व्यापार का मुकाबला करने के लिए एक मजबूत अंतर्राष्ट्रीय नीति की तत्काल आवश्यकता जताई है।
Created On :   6 April 2020 10:00 PM IST