वन विभाग सतर्क: चार पिंजरों में रखी बकरियों को दूर से देखकर चला जाता है तेंदुआ

चार पिंजरों में रखी बकरियों को दूर से देखकर चला जाता है तेंदुआ
कैमरे में वह बार-बार आने के बाद उसके मार्ग पर और एक पिंजरा लगाया

डिजिटल डेस्क, अमरावती। विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था यानी पुराने वीएमवी कॉलेज के परिसर में पिछले लगभग डेढ़ माह से छुपकर बैठा तेंदुआ अभी भी वन विभाग के हाथ नहीं लगा। तेंदुए को पकड़ने पहले भोसले सभागृह के मार्ग पर एक पिंजरा रखा गया था। इस परिसर में लगाए गए कैमरे में वह बार-बार आने के बाद उसके मार्ग पर और एक पिंजरा लगाया। किंतु पिछले कुछ दिनों से वह वीएमवी परिसर की पानी की टंकी और चांदवाडी परिसर के मैदान के पास लगे कैमरे में आने से इस परिसर में भी अन्य दो पिंजरे वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए रखे हंै। इन चारों पिंजरो में रोज रात के समय तेंदुए के शिकार के लिए चार बकरियां रखी हैं। परिसर में लगे कैमरे में यहां तक पाया गया कि शिकार की तलाश में तेंदुआ रात के समय पिंजरे के आसपास आता है। कई बार वह पिंजरे के पास भी बैठा लेकिन पिंजरे में रखी बकरी की शिकार किए बगैर ही पिंजरे के बाहर से ही लौट जाता है। इस तरह एक माह से तेंदुआ वन विभाग के रात्रि कालीन गश्ती दल को छका रहा है।

जानकारी के अनुसार वीएमवी परिसर का भोसले सभागृह पिछले कई महिनों से बंद पड़ा है। इसकी सीलिंग काफी टूट पड़ी है। इस टूटी सीलिंग के ऊपरी हिस्से में सभागृह की कूलर के डक्टिंग लगी है। वन विभाग ने तीन दिन पहले दोपहर मेंे परिसर के पास तेंदुए की तलाश की तब उन्हें डक्टिंग के पास तेंदुए की विष्टा भी मिली और वहीं से कुछ दूरी पर कुत्ते और सुअर की हडि्डयां भी पाई गई। इस कारण वन विभाग का संदेह है कि रात के समय कुत्ते और सुअर का शिकार करने के बाद तेंदुआ डक्टिंग में छुप जाता है।

Created On :   14 Nov 2023 10:06 AM GMT

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