राहत: सीसीआई ने रखी शर्त : 7/12 में बुआई का उल्लेख होने पर ही खरीदा जाएगा कपास

सीसीआई ने रखी शर्त : 7/12 में बुआई का उल्लेख होने पर ही खरीदा जाएगा कपास
  • उत्पादक किसानों को होगा लाभ
  • खुले बाजार में होनेवाली लूट थमेगी
  • सीसीआई कपास खरीदी केंद्र स्थापित

डिजिटल डेस्क, अमरावती। खुले बाजार में कपास के दाम गिराकर किसानों के साथ होनेवाली लूट को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने सीसीआई द्वारा कपास खरीदी करने का निर्णय लिया है। सीसीआई के इस कपास खरीदी केंद्र पर लंबे धागे के कपास की खरीदी 7 हजार रुपए क्विंटल के दाम पर की जा रही है।

जहां खुले बाजार में कपास मात्र 6 हजार 500 रुपए क्विंटल से खरीदा जाता है। वहीं कपास की क्वॉलिटी देखकर उसके दाम निश्चित किए जाते हैं। अच्छे दाम में कपास खरीदी करते समय सीसीआई ने कपास उत्पादक किसानों के लिए कुछ शर्तें रखी हैं। मुख्य शर्त यह है कि सीसीआई केवल उन किसानों का कपास खरीदेगी, जिनका ऑनलाइन 7/12 दाखिले पर कपास की बुआई का उल्लेख किया होगा।

जानकारी के अनुसार भारतीय कपास निगम लिमिटेड अकोला के सहायक महाप्रबंधक नीरजकुमार ने 5 फरवरी को अमरावती जिले के धामनगांव, भातकुली, चांदुर बाजार, वरुड़, दर्यापुर व येवदा के सीसीआई के केंद्र प्रमुखों को आदेश दिए हैं। आदेश में कहा कि एमएसपी (महाराष्ट्र कपास पणन महासंघ) के सीसीआई कपास खरीदी केंद्र स्थापित किए हैं। इन कपास खरीद केंद्र पर उन्हीं किसानों का कपास खरीदा जाए, जिन्होंने ऑनलाइन 7/12 दाखिले पर कपास की बुआई का उल्लेख किया है।

पटवारी से मिलनेवाले दाखिले अस्वीकार : कपास खरीदते समय जिला राजस्व प्राधिकारी द्वारा प्रमाणित मैनुअल 7/12 दाखिले को किसी भी केंद्र में स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसको लेकर प्रधान कार्यालय के आगामी आदेश तक रोक लगा दी है। यही वजह है कि अब गांव के पटवारी कार्यालय से मिलनेवाले दाखिले सीसीआई केंद्र पर नहीं स्वीकारे जाएंगे। बुधवार को अमरावती कृषि मंडी में केवल 75 क्विंटल कपास खरीदा गया है जबकि सीसीआई के केंद्रों पर बड़ी मात्रा में किसान कपास बेचने आ रहे है।

छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन पंजीयन : सामाजिक न्याय व विशेष सहाय विभाग द्वारा अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से विविध मैट्रिकपूर्व छात्रवृत्ति योजना शैक्षणिक वर्ष 2023-24 से ऑनलाइन महाडीबीटी प्रणाली पर कार्यान्वित की गई है। जिसके लिए पंजीयन किए जा सकते हैं। कक्षा 9वीं व 10वीं में पढ़नेवाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को मैट्रिकपूर्व छात्रवृत्ति, कक्षा 5वीं से 7वीं व कक्षा 8वीं से 10वीं के अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को सावित्रीबाई फुले छात्रवृत्ति, माध्यमिक शाला में पढनेवाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को गुणवत्ता छात्रवृत्ति, महर्षि विठ्‌ठलरामजी शिंदे शिक्षण शुल्क, परीक्षा शुल्क आदि योजना अमल में लाई जाती है।

Created On :   8 Feb 2024 10:19 AM GMT

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