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उद्घाटन: वॉटरग्रिड परियोजना से राेकेंगे नदियों का बेकार बहने वाले पानी
डिजिटल डेस्क, छत्रपति संभाजीनगर। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मराठवाड़ा के सभी जिलों की एक खासियत है जिसमें छत्रपति संभाजीनगर का इतिहास और भी प्रेरणादायी है। मराठवाड़ा के मध्यवर्ती केंद्र के रूप में इस शहर ने शैक्षिक, स्वास्थ्य, औद्योगिक, पर्यटन संग अन्य क्षेत्रों में उड़ान भरी है। राज्य सरकार ने मराठवाड़ा के विकास के लिए निधि देने में हाथ पीछे नहीं खींचे। पिछले दिनों जलापूर्ति योजना के लिए 2, 774 करोड़, सड़कों के कार्य के लिए 500 करोड़, पैठण स्थित जलवाहिनी की मरम्मत के लिए 200 करोड़ रुपए की निधि स्वीकृत की गई है। मराठवाड़ा में सूखे की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार के सहयोग से वॉटरग्रिड परियोजना साकार कर नदियों का बेकार बहने वाला पानी मराठवाड़ा में मोड़ा जाएगा। इस कार्य को राज्य सरकार ने स्वीकृति दिलाने के बाद उसका विस्तृत कार्य प्रारूप अर्थात डीपीआर भी बनाया गया है। राज्य पाठीशी खंबीरपणे उभे असुन राज्याच्या विकासामध्ये केंद्र सरकारमार्फत भरीव तरतूद करण्यात येत असल्याचेही त्यांनी यावेळी सांगितले.
मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम के अमृत महोत्सव वर्ष के समापन पर शहर के किलेअर्क परिसर स्थित वंदे मातरम् सभागृह में विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन एवं लोकार्पण मुख्यमंत्री शिंदे ने किया, तब वे विचार रख रहे थे।मंच पर केंद्रीय अर्थ राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड़, जिले के पालकमंत्री संदीपान भूमरे, सांस्कृतिक कार्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, कृषि मंत्री धनंजय मुंडे, स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत, गृह निर्माण मंत्री अतुल सावे, अल्पसंख्यक विकास मंत्री अब्दुल सत्तार, सांसद इम्तियाज जलील, विधायक सतीश चव्हाण, हरिभाऊ बागड़े, विक्रम काले, संजय शिरसाट, प्रदीप जायसवाल, नारायण कुचे, राजू नवघरे, बालासाहब आजबे, विभागीय आयुक्त मधुकरराजे आर्दड़, जिलाधिकारी आस्तिककुमार पांडेय, मनपा आयुक्त जी. श्रीकांत आदि उपस्थित थे।
सिंचाई ग्रिड, छोटे बांध, कोल्ड स्टोरेज का निर्माण
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय स्वातंत्र्य संग्राम की तरह प्रखरता से मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम हुआ। आजादी के जज्बा, स्वाधीनता सेनानियों का त्याग, मेहनत एवं बलिदान की वजह से निजाम की चंुगल से मराठवाड़ा स्वतंत्र हुआ। हमें स्वाधीनता सेनानियों का बलिदान भूलना नहीं चाहिए। मराठवाड़ा में अनियमित बारिश के चलते उत्पन्न होने वाली समस्याएं जलसंधारण के जरिए स्थाई रूप से सुलझाई जा रही हैं। सिंचाई के ग्रिड व छोटे बांध बनाकर कोल्ड स्टोरेज बनाकर कृषि माल का बचाव किया जा रहा है। यही नहीं, सरकार की गारंटी के चलते जलयुक्त शिवार अभियान का दूसरा चरण प्रभावी तरीके से कार्यान्वित किया जा रहा है।
मराठवाड़ा में विशेष सहूलियतें दी जा रही हैं, ताकि कृषि प्रक्रिया उद्योग स्थापित किए जा सके। राज्य सरकार द्वारा मराठवाड़ा एजुकेशन व मेडिकल हब को प्रोत्साहन देने का आश्वासन भी उन्होंने दिया। सरकार की उपलब्धियों का बयान करते हुए शिंदे ने कहा कि महिला सक्षमीकरण के लिए सरकार कई उपक्रम, योजनाएं संचालित कर रही हैं। महिलाओं को एसटी में 50 फीसदी सहूलियत देने के साथ ही वरिष्ठों को नि :शुल्क करवाया जा रहा है। इसके अलावा नमो सन्मान योजना में प्रति वर्ष 12,000 रुपए की सहायता दी जा रही है। अन्नदाताओं को एक रुपए में फसल बीमा क्रांतिकारी योजना के अलावा एनडीआरएफ के मापदंडों से अधिक लाभ दिया जा रहा है।
गणेश मंडल को देंगे 5 वर्ष की अनुमति दिल्ली में बनाएंगे स्वामी रामानंद तीर्थ की प्रतिमा : मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि प्राकृतिक आपदा की पूर्व सूचना देने के लिए सरकार सैटेलाइट बनाएगी। सरकार की 35 जल सिंचाई परियोजनाओं को संशोधित प्रशासकीय मान्यता दिए जाने से 8 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को लाभ होगा। मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम में स्वामी रामानंद तीर्थ के योगदान को देखते हुए दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में उनकी प्रतिमा लगाने के अलावा शहर में 300 वर्ष पुराने 3 पुल बनाने के लिए निधि उपलब्ध कराई जाएगी। गणेश मंडलों को एक वर्ष के बजाए पांच वर्ष अनुमति देने का फैसला राज्य सरकार ने लिया है।
नदीजोड़ के अलावा 104 परियोजनाएं तेज गति से करेंगे साकार : उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि मराठवाड़ा मुक्तिसंग्राम के अमृत महोत्सव वर्ष का भले ही यह समापन हो, परंतु यह शतक महोत्सव वर्ष की ओर मराठवाड़ा के विकास का शुभारंभ है। मंत्रिमंडल बैठक से होने वाले निर्णय से मराठवाड़ा के विकास को प्रोत्साहन मिलेगा। प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वे तालमेल रखकर कार्य पूर्ण करें। सरकार की कोशिश मराठवाड़ा में लघु, मध्यम, बड़ी परियोजनाओं के अलावा जलसंधारण की परियोजना साकार कर लाखों हेक्टेयर जमीन को लाभ दिलाने की है। समुद्र की ओर जाने वाला बारिश का पानी गोदावरी घाटी की ओर मोड़कर मराठवाड़ा को सूखामुक्त बनाने की है। इसके अलावा नदीजोड़ व 104 परियोजनाएं तेज गति से साकार की जाएगी। पवार ने कहा कि राज्य के अवर्षण प्रवण क्षेत्र के लिए बजट में 20,000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा कि राज्य में सड़क, रेलवे, मेट्रो, हर जिले में हवाईअड्डा बनना चाहिए। किसानों को खाद, बीज, कृषि को पानी, कृषि उपज को अधिक दाम देने की कोशिश की जा रही है। राज्य में निवेश बढ़कर युवकों को रोजगार, विकास में महिलाओं को भी अवसर व सम्मान मिलना चाहिए। मराठवाड़ा की सांस्कृतिक, अाध्यात्मिक अहमियत के अलावा गुफाएं, किले, पारंपरिक लोककला, खाद्य संस्कृति विराली है। राज्य सरकार ने पर्यटन स्थल पर लक्ष केंद्रित कर आधाभूत सुविधाएं देने का निर्णय लिया है। मराठवाड़ा के कल्याण व समृद्धि के लिए मिल-जुलकर कार्य करने की अपील भी उन्होंने की।
2,000 करोड़ के विकास कार्य करेगी मनपा
प्रस्तावना में मनपा आयुक्त जी. श्रीकांत ने कहा कि शहर में विविध विकास कार्य जारी हैं व आगामी समय में 2,000 करोड़ रुपए के विकास कार्य साकार किए जाएंगे।
हर्सूल में घनकचरा प्रक्रिया केंद्र का ई-लोकार्पण : मुख्यमंत्री शिंदे ने सातारा व देवलाई क्षेत्र में मलनि:स्सारण योजनाओं का ई-भूमिपूजन, हर्सूल में घनकचरा प्रक्रिया केंद्र का ई-लोकार्पण, मनपा के एजुकेशन कंट्रोल रूम का उद्घाटन, शहर की विभिन्न सड़कों का कंक्रीटीकरण, स्वच्छतागृह का भूमिपूजन, कांचनवाड़ी में अग्निशमन केंद्र इमारत का लोकार्पण, हिंदू हृदय सम्राट स्व. बालासाहब ठाकरे उद्यान, बॉटनिकल गार्डन के विकास कार्य, मनपा द्वारा खरीदी गई विभिन्न यंत्र सामग्री का लोकार्पण, हिंदू-हदयसम्राट बालासाहब ठाकरे अपना अस्पताल का लोर्कापण किया गया। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्य विभाग की ओर से कॉफी टेबल बुक, गैजेटियर, डॉक्यूड्रामा फिल्म व पोस्टल कवर का विमोचन भी मान्यवरांें ने किया। कार्यक्रम में पदाधिकारी, अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
Created On :   16 Sept 2023 7:03 PM IST