कृषि विभाग: क्षतिग्रस्त धान फसलों के तुरंत करें पंचनामे

  • जिलाधिकारी कार्यालय में हुई बैठक
  • जनप्रतिनिधियों ने दिए निर्देश
  • गोंदिया में 22 हजार 788 किसानों ने कराया ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

डिजिटल डेस्क, भंडारा। भंडारा और गोंदिया जिले में धान की फसल बड़ी मात्रा में ली जाती है। ऐसे में बीमारी के कारण क्षतिग्रस्त हुई धान फसल का कृषि विभाग पंचनामा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी कार्यालय में 16 नवंबर को हुई सभा में दिए । जिलाधिकारी कार्यालय में हुई सभा में सांसद समेत जिलाधिकारी योगेश कुंभेजकर, कृषि विभाग के अधिकारी पात्रीकर, जिला पणन अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। धान की फसल पर बड़े पैमाने पर पेरवा तथा खोडकीट का प्रभाव नजर आ रहा है। जिसके कारण फसल की उत्पादकता पर गहरा असर पड़ा है। किंतु यह बीमारियां फसल बीमा कवच में नहीं आने के कारण कृषि विभाग ने इसके पंचनामे नहीं किए। जिस कारण 16 नवंबर को जिलाधिकारी कार्यालय में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाकर उन्हें क्षतिग्रस्त फसलों के पंचनामे कर रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए गए। साथ ही जिले के 232 समर्थनमूल्य धान खरीदी केंद्र पर ऑनलाइन पंजीयन शुरू किया गया है। "अ' श्रेणी के बचे हुए 40 से 50 केंद्र एक दो दिन में शुरू किए जाए] ऐसे निर्देश जनप्रतिनिधि द्वारा जिला पणन अधिकारी को दिए गए। धान बिक्री करने के लिए किसानों को सहयोग करने की सूचनाएं इस समय दी गई। सभा में अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा की गई।

बीत गई दिवाली लेकिन नहीं निकला सरकारी धान खरीदी का मुहूर्त

उधर गोंदिया में खरीफ मौसम का धान बिक्री के लिए बाजार में आ गया है। लेकिन अब तक सरकारी धान खरीदी का मुहूर्त नहीं निकलने से किसान आर्थिक परेशानी में आ गए हैं। धान खरीदी केंद्र शुरू करने के लिए लगाए गए कड़े नियम एवं शर्तों को शिथिल करने के बाद अब फिर से कुछ नई शर्तें जोड़ दिए जाने के कारण अभी भी जिले में मार्केटिंग फेडरेशन के 143 शासकीय धान खरीदी केंद्र मंजूर होने के बावजूद कहीं पर भी प्रत्यक्ष खरीदी शुरु नहीं हुई है। जनप्रतिनिधि भी जल्द से जल्द केंद्र शुरू करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। लेकिन शासनादेश नहीं आने से अब तक प्रतयक्ष धान खरीदी शुरू नहीं हुई है। 16 नवंबर को जिला पणन अधिकारी विवेक इंगले ने जानकारी दी है कि अब तक शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर जाकर कुल 22 हजार 788 किसानों ने धान की बिक्री के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूर्ण की है। इस वर्ष 15 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान खरीदे जाने की बात उन्होंने बताई। खरीफ मौसम में मार्केटिंग फेडरेशन को 27 लाख क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य दिए जाने की बात भी उन्होंने कही। लेकिन शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर किसानों से प्रत्यक्ष धान की खरीदी कब से शुरू होगी? इस विषय पर सीधा उत्तर देने के बजाय उन्होंने कहा कि जल्द ही खरीदी शुरू की जाएगी। इसके अलावा जिले में आदिवासी विकास महामंडल की ओर से भी 44 केंद्रों पर धान खरीदी किए जाने की जानकारी मिली है। कुछ स्थानों पर धान खरीदी केंद्रों का उद्घाटन किए जाने की भी जानकारी मिली है। लेकिन धान खरीदी शुरु नहीं होने के कारण किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पहले कहा जा रहा था कि शासकीय धान खरीदी केंद्र दिवाली से पूर्व शुरू किए जाएंगे। लेकिन अब दिवाली बीत चुकी है, इसके बावजूद धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं हुए हैं। जिसके चलते जिले के हजारों किसानों ने दिवाली का त्योहार मनाने के लिए शासकीय समर्थन मूल्य 2183 रुपए प्रति क्विंटल की दर के बजाय लगभग 100 से 200 रुपए प्रति क्विंटल कम दर से निजी व्यापारियों को धान बेच दिया। दिवाली से पूर्व सरकारी धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं होने के कारण समर्थन मूल्य पर धान बेचकर दिवाली का आनंद मनाने का उनका सपना अधूरा रह गया। जिला मार्केटिंग अधिकारी हर बार यही कह रहे हैं कि शासकीय धान खरीदी शीघ्र शुरू होगी। लेकिन यह शीघ्र समय कब आएगा? इस बारे में स्पष्ट कुछ कहने से बच रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों से कुछ शासकीय धान खरीदी केंद्रों पर सामने आए घोटाले को देखते हुए इस वर्ष सरकारी धान खरीदी करनेवाले केंद्रों पर नजर रखने के लिए विशेष पथक बनाए गए हैं। इसके अलावा मुंबई से आनेवाले विशेष पथक भी समय-समय पर केंद्रों में भेंट देकर प्रत्यक्ष धान खरीदी का जायजा लेंगे। ऐसी जानकारी मिली है।

बोनस के लिए भी करेंगे प्रयास

विनोद अग्रवाल, विधायक के मुताबिक किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके, इसके लिए शासकीय धान खरीदी केंद्र जल्द से जल्द शुरू होना आवश्यक है। इसके लिए लगातार प्रयास जारी है। इसके अलावा धान उत्पादक किसानों को बोनस मिले, इसके लिए भी हम प्रयास कर रहे हैं। आगामी विधानमंडल अधिवेशन में भी यह विषय उठाया जाएगा। सभी किसान जल्द से जल्द ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अवश्य करवाये और शासकीय धान खरीदी योजना का लाभ उठाएं।


Created On :   17 Nov 2023 12:15 PM GMT

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