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भोपाल में 200 करोड़ की बड़ी धोखाधड़ी: कोलकाता के उद्योगपति के साथ भोपाल के बिल्डर मूलचंदानी ने की 200 करोड़ की धोखाधड़ी, सीएम और डीजीपी से लगाई मदद की गुहार

भोपाल। कोलकाता के रहने वाले उद्योगपति के साथ भोपाल में लगभग 200 करोड़ की बेशकीमती जमीन पर बड़ा धोखा सामने आया है। बिल्डर ने उद्योगपति के साथ उनकी 28 एकड़ जमीन पर 400 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार करने का वादा किया। इसमें 2000 से ज्यादा फ्लैट बनाना थे, लेकिन भोपाल के बिल्डर सुनील मूलचंदानी ने प्रोजेक्ट अधूरा छोड़ दिया। इससे दो कदम आगे दीवान हाउसिंग फायनेंस लिमिटेड(डीएचएफएल) से 100 करोड़ का लोन लेकर नहीं चुकाया। उद्योगपति की जमीन गिरवी रखकर फंसवा दिया। इतना ही नहीं बिल्डर ने गारंटी के बदले 150 करोड़ के चैक दिए थे, लेकिन चुपके से उद्योगपति को धोखे में रखकर बैंक का खाता बंद करवा लिया। अब परेशान उद्योगपति ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और डीजीपी कैलाश मकवाणा से बिल्डर पर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
भोपाल में होशंगाबाद रोड के सबसे बड़े प्रोजेक्ट का दावा करने वाले चिनार रियलिटी के सुनील गोपीचंद मूलचंदानी ने उद्योगपति रमेश कुमार भवनानी के साथ 400 करोड़ के प्रोजेक्ट के नाम पर बड़ा आर्थिक फर्जीवाड़ा किया है। कोलकाता के रहने वाले भवनानी ने मुख्यमंत्री, डीजीपी और मुख्य सचिव अनुराग जैन को शिकायत की है। शिकायत में सुनील मूलचंदानी के अलावा आईपीएस स्कूल और श्रीराम नंदा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी द्वारा संचालित ईकाई आईपीएस फ्यूचर किड्स की सचिव दीप्ति सिंह व एनएस चौधरी पर भी गंभीर आरोप लगाए गए है।
मामला इस प्रकार है। भवनानी और चावला परिवार के साथ मिलकर उनकी जमीन पर सुनील मूलचंदानी ने मेगा प्रोजेक्ट का अनुबंध किया था। इस प्रोजेक्ट का मूल करार 13 जुलाई 2009 को हुआ था। इसमें संशोधन के बाद नया करार 31 जुलाई 2017 को हुआ। इसके मुताबिक भवनानी की 28.6 एकड़ जमीन थी। इसमें 23 एकड़ जमीन पर प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद आवासीय फ्लैट और कमर्शियल कॉम्पलेक्स का निर्माण होना था। दोनों पक्ष के बीच 50-50 फीसदी प्रापर्टी की हिस्सेदारी तय हुई। बाकी 5 एकड़ जमीन भवनानी को मिलना थी।
बैंक से लोन लेकर जमीन गिरवी रखी
भवनानी ने शिकायत में बताया है कि प्रोजेक्ट के लिए डीएचएफएल से 100 करोड़ का लोन मंजूर हुआ। यह लोन 23 एकड़ जमीन पर लिया गया था। इस अनुबंध शर्त में साफ था कि भवनानी और चावला को मिलने वाले 478 फ्लैट को मूलचंदानी और उनके पार्टनर्स डीएचएफएल या किसी भी बैंक में गिरवी नहीं रख सकेंगे। इसके विपरित सुनील मूलचंदानी और दीप्ति सिंह ने 17 मई 2022 को एक फर्जी समझौता किया। भवनानी की शिकायत के मुताबिक मूलचंदानी और दीप्ति सिंह ने आपस में सांठगांठ करने के बाद जमीन के फर्जी पट्टा कागज तैयार करवा लिए। इसमें बिना हस्ताक्षर के ही नकली दस्तावेज और जमीन का पट्टा बनाकर मेरी जमीन पर कब्जा कर लिया है। इन्होंने पूरी जमीन पर करोड़ों का लोन ले लिया। यह राशि मूलचंदानी ने अपने दूसरे प्रोजेक्ट में लगा दी। अब हालत यह है कि हमारी सारी जमीन बैंक के पास गिरवी पड़ी है। प्रोजेक्ट अधूरा छोड़ दिया है। अब भवनानी ने सरकार और आला अफसरों से मांग की है कि धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाना चाहिए। उनके खिलाफ आर्थिक धोखाधड़ी, छल-कपट, मिस एप्रुपरिएशन ऑफ फेक्ट और अमानत में खयानत जैसी गंभीर धाराओं में केस होना चाहिए।
150 करोड़ के चैक देकर खाता बंद कराया
भवनानी ने लिखित में कहा है कि प्रोजेक्ट वर्ष 2025 में 5 चरण में पूरा होना था। इसमें फ्लैट बिकने के बाद सभी को अपना हिस्सा करार के अनुसार मिलना था। यह शर्त साफ थी कि डीएचएफएल से गिरवी जमीन को भी मुक्त कराया जाएगा। यह जमीन अभी तक बैंक में गिरवी पड़ी है। यहा तक कि 100 करोड़ के चैक जो हमें दिए थे, वे क्लियर नहीं हुए। इस धोखाधड़ी में मूलचंदानी ने पुलिस को सेट कर लिया है। प्रोजेक्ट बंद पड़ा है।
चार साल पहले हो चुकी एफआईआर
रोचक तथ्य है कि सुनील मूलचंदानी और अन्य पार्टनरों के खिलाफ वर्ष 2021 में मिसरोद थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसमें कूटरचित दस्तावेजों से डीएचएफएल में बंधक फ्लेट फर्जी एनओसी से बेच दिए थे। मूलचंदानी ने करीब 19 फर्जी एनओसी के जरिए फ्लेट बेचने के बाद रजिस्ट्री तक करवा दी थी। इस मामले में एफआईआर के बाद भी मूलचंदानी पर कड़ा एक्शन नहीं लिया गया। मूलचंदानी के अलावा बाकी डॉयरेक्टर को गिरफ्तार नहीं किया गया।
ईओडब्ल्यू में केस दर्ज
बिल्डर सुनील मूलचंदानी पर ईओडब्ल्यू में दो साल पहले फर्जी एनओसी से जमीन बेचने का केस दर्ज हुआ था। ये केस पीरामल हाउसिंग एंड केपिटल(डीएचएफएल मर्ज होने के बाद) ने कराया था। इसमें सौ करोड़ का कंपनी का लोन नहीं चुकाने और फर्जी एनओसी की एफआईआर है। इस मामले में ईओडब्ल्यू अफसरों का कहना है कि जांच अंतिम दौर में है। जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
Created On :   26 Nov 2025 6:20 PM IST









