damoh/ sagar news: कहीं और नहीं मप्र में ही बढ़ेगी चीतों की आबादी, नौरादेही बनेगा तीसरा घर

कहीं और नहीं मप्र में ही बढ़ेगी चीतों की आबादी, नौरादेही बनेगा तीसरा घर

भास्कर ब्यूरो, सागर/दमोह। मध्यप्रदेश, खासतौर पर बुंदेलखंड के लिए खुशखबरी। केन्द्र सरकार ने राजस्थान व गुजरात के दावों को खारिज करते हुए मध्यप्रदेश के नौरादेही (रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व) में चीतों का नया आशियाना यानि तीसरा घर बनाने को मंजूरी दे दी है। केन्द्र से मंजूरी मिलते ही एनटीसीए (नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी) ने इससे जुड़ी तैयारियों के लिए सेंट्रल कैंपा फंड से 4 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए है। यह पहली किश्त होगी, दूसरी किश्त के रूप में एनटीसीए 3 करोड़ रुपए और जारी करेगा। पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) शुभ रंजन सेन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि, अब 2339 वर्ग किमी क्षेत्र में फैले प्रदेश के सबसे बड़े टाइगर रिजर्व नौरादेही में चीते बसाए जाएंगे। गौरतलब है कि सितंबर 2022 में पहली बार श्योपुर के कूनो अभ्यारण्य में 8 चीते लाए गए थे। इस समय देश में कुल 31 चीते हैं। इनमें से से 29 कूनो में तथा 2 मंदसौर व नीेमच जिले के बीच बसे इनके दूसरे घर गांधी सागर अभ्यारण्य में हैं। नौरादेही चीतों का तीसरा घर होगा।

सिंघपुर, मोहली और झापन सबसे बेस्ट

एनटीसीए के सूत्रो अनुसार मप्र के नौरादेही के साथ राजस्थान तथा गुजरात के अभ्यारण्य/टाइगर रिजर्व ने भी चीतों का नया ठिकाना बनाने का दावा किया था। सूत्रों के अनुसार नौरादेही की सिंघपुर, मोहली और झापन फॉरेस्ट रेंज को चीतों के सबसे बेस्ट यानि चीतों के लिए सर्वाधिक अनुकूल पाया और माना गया। एनटीसीए की टीम जल्द इन तीनों रेंज का दौरा करेगी।

यह काम होना हैं

सेंट्रल कैंपा फंड से मिलने जा रहे 4 करोड़ रुपए से सागर और दमोह जिलों में फैले नौरादेही के जंगलों में 4 क्वारेंटाइन बोमा और 1 सॉफ्ट रिलीज बोमा तैयार किए जाएंगे। इसके लिए फेंसिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम जल्द शुरू होगा। सूत्रों के मुताबिक, सिंघपुर रेंज को क्वारेंटाइन बोमा साइट के रूप में चुना जा सकता है।

2026 में लाए जाएंगे चीते

सब कुछ ठीक रहा तो 2026 में नौरादेही में चीतों की आमद हो जाएगी। पहली संभावना यह है कि 2026 की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका से अगली खेप लाई जाए और वहां से आने वाले चीतों को सीधे नौरादेही लाया जाएगा। दूसरा विकल्प यह रखा गया है कि अगर अफ्रीका से चीते नहीं आते, तो कूनो में जन्मे शावक, जो अगले साल तक एडल्ट हो जाएंगे, उन्हें नौरादेही शिफ्ट किया जाएगा।

प्रदेश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व, बनेगा चीता हब

2339 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में प्रदेश के तीन जिलों सागर, दमोह और नरसिंहपुर के जंक्शन पर स्थित नौरादेही (रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व) प्रदेश का सबसे बड़ा वन्यजीव अभ्यारण्य/टाइगर रिजर्व है। अभ्यारण्य का मुख्य हिस्सा सागर में तो कुछ हिस्सा दमोह जिले में आता है। नौरादेही अभ्यारण्य को टाइगर रिजर्व में बदलने जब विस्तार हुआ तो इसके दायरे में नरसिंहपुर जिला भी आ गया। 1975 में अस्तित्व में आया यह अभ्यारण्य 50 से 70 चीतों को आश्रय दे सकता है।

Created On :   23 Oct 2025 9:34 PM IST

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