Damoh News: दमोह के मिशन अस्पताल में हुई 7 मौतों के मामले में आयोग की रिपोर्ट

दमोह के मिशन अस्पताल में हुई 7 मौतों के मामले में आयोग की रिपोर्ट
  • कैथलैब और डॉक्टर दोनों फर्जी, सीएमएचओ तथा पुलिस की भूमिका पर भी उठाए सवाल
  • हर मौत के मामले में अलग-अलग एफआईआर सहित डॉ. लाल के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज करने के निर्देश

Damoh News: मिशन अस्पताल में हुई हार्ट के 7 मरीजों की मौत के मामले की जांच कर रहे मानवाधिकार आयोग ने राज्य शासन को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। आयोग के असिस्टेंट रजिस्ट्रार (लॉ) के हस्ताक्षर से जारी इस रिपोर्ट में आयोग ने मिशन अस्पताल की कैथलैब और वहां इलाज और ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर एन. जॉन कैम फर्जी बताया है। मामले की जांच और कार्यवाही में तत्कालीन सीएमएचओ तथा पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए 7 मौतों के मामले में केवल एक और वह भी सामान्य धाराओं में एफआईआर होने पर आपत्ति जताई है।

आयोग ने हर मौत के मामले में अलग-अलग एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। मिशनरी से जुड़े डॉ. अजय लाल के भी मिशन अस्पताल प्रबंधन से जुड़े होने की पुष्टि करते हुए आयोग ने इनके खिलाफ भी प्रकरण दर्ज करने के शासन को निर्देश दिए हैं। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने प्रदेश के मुख्य सचिव, डीजीपी, मुख्य आयुक्त आयकर (भोपाल) तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव को नोटिस जारी कर, अलग-अलग बिंदुओं पर दिशा निर्देश जारी करते हुए चार सप्ताह में कार्रवाई प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा है।

ईओडब्ल्यू से जांच की अनुशंसा

आयोग ने मिशन अस्पताल प्रबंधन द्वारा आयुष्यमान योजना में लापरवाही बरतने और फर्जीवाड़ा किए जाने की पुष्टि करते हुए शासन से ईओडब्ल्यू द्वारा जांच कराए जाने की अनुशंसा की है। मामले की जांच व कार्यवाही में शिथिलता बरतने तथा मिशन अस्पताल में फर्जी कैथ लैब मामले में गंभीर चूक व लापरवाही पाए जाने के परिप्रेक्ष्य में तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. जैन के खिलाफ प्रशासनिक जांच कराए जाने के निर्देश भी शासन को दिए हैं।

इन अफसरों की भी भूूमिका संदिग्ध

आयोग ने सरकारी जमीन पर बने मिशन अस्पताल भवन के अवैध निर्माण के संबंध में नजूल तथा नगर पालिका परिषद् के अफसरों को बराबरी से दोषी पाया है। उसने इन दोनों महकमों के दोषी अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक तथा पुलिस जांच के निर्देश दिए हैं। डीजीपी को भी दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने कहा है। शिकायकर्ता एडवोकेट दीपक तिवारी और कृषण पटेल को व्हिस्ल ब्लोअर एक्ट के तहत सुरक्षा प्रदान करने तथा मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख की सहायता राशि दिए जाने के भी शासन को निर्देश दिए हैं।

विदेशी फंडिंग की भी जांच के निर्देश

जांच के दौरान आयोग के सदस्यों को मिशन अस्पताल को विदेशों से पैसा प्राप्त होने के भी साक्ष्य मिले हैं। इस परिप्रेक्ष्य में आयोग ने मुख्य आयकर आयुक्त (छूट) को मिशन अस्पताल में आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों के इलाज के लिए विदेश से कथित रूप से धन जुटाने, दान लेने तथा धन के अन्य कथित अनुचित उपयोग के संबंध में गहन जांच करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

देश भर की कैथ लैबों के सत्यापन की अनुशंसा

आयोग ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव को निर्देशित किया है कि वह देश भर में कैथ लैबों का सत्यापन कराए। आयुष्मान भारत की केंद्रीय योजना के दुरुपयोग को रोकने कड़े कदम उठाने तथा देश भर में और सभी राज्य सरकारों को इसकी जांच करने के निर्देश भी जारी करने कहा है।

83 दिन में आई रिपोर्ट

22 फरवरी 2025 में मिशन अस्पताल में दो हीने दरमियान 7 हार्ट पेंशेंट्स की मौत हो जाने का मामला सामने आया था। 6 आ्रैल को दमोह पुलिस द्वारा मामला दर्ज किए जाने के अगले दिन यानि 7 अप्रैल को आयोग की टीम यहां जांच करने आई थी। करीब 83 दिन बाद (एक जुलाई) आयोग ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी।

Created On :   3 July 2025 1:05 PM IST

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